बोधिचर्यावतारः — 8.110
Original
Segmented
तस्माद् यथा अन्तशस् ऽवर्णाद् आत्मानम् गोपयामि अहम् रक्षा-चित्तम् दया-चित्तम् करोमि एवम् परेषु अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
अन्तशस् | अन्तशस् | pos=i |
ऽवर्णाद् | अवर्ण | pos=n,g=m,c=5,n=s |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गोपयामि | गोपय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
रक्षा | रक्षा | pos=n,comp=y |
चित्तम् | चित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दया | दया | pos=n,comp=y |
चित्तम् | चित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करोमि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
एवम् | एवम् | pos=i |
परेषु | पर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |