बोधिचर्यावतारः — 6.17
Original
Segmented
केचिद् स्व-शोणितम् दृष्ट्वा विक्रमन्ते विशेषतः पर-शोणितम् अपि एके दृष्ट्वा मूर्छाम् व्रजन्ति यत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
शोणितम् | शोणित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
विक्रमन्ते | विक्रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |
पर | पर | pos=n,comp=y |
शोणितम् | शोणित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
एके | एक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
मूर्छाम् | मूर्छा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
व्रजन्ति | व्रज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
यत् | यत् | pos=i |