बोधिचर्यावतारः — 2.62
Original
Segmented
जीवलोकम् इमम् त्यक्त्वा बन्धून् परिचितान् तथा एकाकी क्वापि यास्यामि किम् मे सर्वैः प्रिय-अप्रियैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जीवलोकम् | जीवलोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
बन्धून् | बन्धु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
परिचितान् | परिचि | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
एकाकी | एकाकिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
क्वापि | क्वापि | pos=i |
यास्यामि | या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=n,c=3,n=p |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
अप्रियैः | अप्रिय | pos=a,g=n,c=3,n=p |