Original

जगद्दुःखैकभैषज्यं सर्वसंपत् सुखाकरम् लाभसत्कारसहितं चिरं तिष्ठतु शासनम् ॥

Segmented

जगत्-दुःख-एक-भैषज्यम् सर्व-सम्पद् सुख-आकरम् लाभ-सत्कार-सहितम् चिरम् तिष्ठतु शासनम्

Analysis

Word Lemma Parse
जगत् जगन्त् pos=n,comp=y
दुःख दुःख pos=n,comp=y
एक एक pos=n,comp=y
भैषज्यम् भैषज्य pos=n,g=n,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
सम्पद् सम्पद् pos=n,g=f,c=1,n=s
सुख सुख pos=n,comp=y
आकरम् आकर pos=n,g=n,c=1,n=s
लाभ लाभ pos=n,comp=y
सत्कार सत्कार pos=n,comp=y
सहितम् सहित pos=a,g=n,c=1,n=s
चिरम् चिरम् pos=i
तिष्ठतु स्था pos=v,p=3,n=s,l=lot
शासनम् शासन pos=n,g=n,c=1,n=s