बोधिचर्यावतारः — 10.11
Original
Segmented
त्रस्ताः पश्यन्तु अकस्मात् इह यम-पुरुषाः काक-गृध्राः च घोराः ध्वान्तम् ध्वस्तम् समन्तात् सुख-रति-जनना कस्य सौम्या प्रभा इयम् इति ऊर्ध्वम् प्रेक्षमाणा गगन-तल-गतम् वज्रपाणिम् ज्वलन्तम् दृष्ट्वा प्रामोद्य-वेगात् व्यपगत-दुरिताः याम् तु तेन एव सार्धम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रस्ताः | त्रस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पश्यन्तु | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
अकस्मात् | अकस्मात् | pos=i |
इह | इह | pos=i |
यम | यम | pos=n,comp=y |
पुरुषाः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
काक | काक | pos=n,comp=y |
गृध्राः | गृध्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
घोराः | घोर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ध्वान्तम् | ध्वान्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ध्वस्तम् | ध्वंस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
रति | रति | pos=n,comp=y |
जनना | जनन | pos=a,g=f,c=1,n=s |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सौम्या | सौम्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
प्रभा | प्रभा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
प्रेक्षमाणा | प्रेक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
गगन | गगन | pos=n,comp=y |
तल | तल | pos=n,comp=y |
गतम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वज्रपाणिम् | वज्रपाणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ज्वलन्तम् | ज्वल् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
प्रामोद्य | प्रामोद्य | pos=n,comp=y |
वेगात् | वेग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
व्यपगत | व्यपगम् | pos=va,comp=y,f=part |
दुरिताः | दुरित | pos=n,g=m,c=1,n=p |
याम् | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |