अमरुशतकम् — 97
Original
Segmented
सन्ति एव अत्र गृहे गृहे युवतयः ताः पृच्छ गत्वा अधुना प्रेयांसः प्रणमन्ति किम् तव पुनः दासः यथा वर्तते आत्म-द्रोहिन् दुर्जनैः प्रलपितम् कर्णे अनिशम् मा कृथाः छिन्न-स्नेह-रसाः भवन्ति पुरुषा दुःख-अनुवृत् पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| एव | एव | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| गृहे | गृह | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| गृहे | गृह | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| युवतयः | युवति | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| ताः | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| पृच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| गत्वा | गम् | pos=vi |
| अधुना | अधुना | pos=i |
| प्रेयांसः | प्रेयस् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्रणमन्ति | प्रणम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| किम् | किम् | pos=i |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| दासः | दास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| द्रोहिन् | द्रोहिन् | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| दुर्जनैः | दुर्जन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| प्रलपितम् | प्रलप् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| कर्णे | कर्ण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अनिशम् | अनिशम् | pos=i |
| मा | मा | pos=i |
| कृथाः | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |
| छिन्न | छिद् | pos=va,comp=y,f=part |
| स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
| रसाः | रस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पुरुषा | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| अनुवृत् | अनुवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| पुनः | पुनर् | pos=i |