Original

गाढाश्लेषविशीर्णचन्दनरजःपुञ्जप्रकर्षादियंशय्या सम्प्रति कोमलाङ्गि परुषेत्यारोप्य मां वक्षसि ।गाढौष्ठग्रहपूर्वमाकुलतया पादाग्रसंदंशकेनाकृष्याम्बरमात्मनो यदुचितं धूर्तेन तत्प्रस्तुतम् ॥७२॥

Segmented

गाढ-आश्लेष-विशीर्ण-चन्दन-रजः-पुञ्ज-प्रकर्षात् इयम् शय्या सम्प्रति कोमल-अङ्गे परुषा इति आरोप्य माम् वक्षसि गाढ-ओष्ठ-ग्रह-पूर्वम् आकुल-तया पाद-अग्र-संदंशकेन आकृष्य अम्बरम् आत्मनः यत् उचितम् धूर्तेन तत् प्रस्तुतम्

Analysis

Word Lemma Parse
गाढ गाढ pos=a,comp=y
आश्लेष आश्लेष pos=n,comp=y
विशीर्ण विशृ pos=va,comp=y,f=part
चन्दन चन्दन pos=n,comp=y
रजः रजस् pos=n,comp=y
पुञ्ज पुञ्ज pos=n,comp=y
प्रकर्षात् प्रकर्ष pos=n,g=m,c=5,n=s
इयम् इदम् pos=n,g=f,c=1,n=s
शय्या शय्या pos=n,g=f,c=1,n=s
सम्प्रति सम्प्रति pos=i
कोमल कोमल pos=a,comp=y
अङ्गे अङ्ग pos=a,g=f,c=8,n=s
परुषा परुष pos=a,g=f,c=1,n=s
इति इति pos=i
आरोप्य आरोपय् pos=vi
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
वक्षसि वक्षस् pos=n,g=n,c=7,n=s
गाढ गाढ pos=a,comp=y
ओष्ठ ओष्ठ pos=n,comp=y
ग्रह ग्रह pos=n,comp=y
पूर्वम् पूर्वम् pos=i
आकुल आकुल pos=a,comp=y
तया ता pos=n,g=f,c=3,n=s
पाद पाद pos=n,comp=y
अग्र अग्र pos=n,comp=y
संदंशकेन संदंशक pos=n,g=m,c=3,n=s
आकृष्य आकृष् pos=vi
अम्बरम् अम्बर pos=n,g=n,c=2,n=s
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
उचितम् उचित pos=a,g=n,c=1,n=s
धूर्तेन धूर्त pos=n,g=m,c=3,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रस्तुतम् प्रस्तु pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part