Original

न जाने संमुखायाते प्रियाणि वदति प्रिये ।सर्वाण्यङ्गानि मे यान्ति श्रोत्रतां किमु नेत्रताम् ॥६३॥

Segmented

न जाने संमुख-आयाते प्रियाणि वदति प्रिये सर्वाणि अङ्गानि मे यान्ति श्रोत्र-ताम् किमु नेत्र-ताम्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
जाने ज्ञा pos=v,p=1,n=s,l=lat
संमुख सम्मुख pos=a,comp=y
आयाते आया pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
प्रियाणि प्रिय pos=a,g=n,c=2,n=p
वदति वद् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
प्रिये प्रिय pos=a,g=m,c=7,n=s
सर्वाणि सर्व pos=n,g=n,c=1,n=p
अङ्गानि अङ्ग pos=n,g=n,c=1,n=p
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
यान्ति या pos=v,p=3,n=p,l=lat
श्रोत्र श्रोत्र pos=n,comp=y
ताम् ता pos=n,g=f,c=2,n=s
किमु किमु pos=i
नेत्र नेत्र pos=n,comp=y
ताम् ता pos=n,g=f,c=2,n=s