अमरुशतकम् — 60
Original
Segmented
वरम् असौ दिवसो न पुनः निशा ननु निशा एव वरम् न पुनः दिवा उभयम् एतत् उपैतु अथवा क्षयम् प्रिय-जनेन न यत्र समागमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वरम् | वर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दिवसो | दिवस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
निशा | निशा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ननु | ननु | pos=i |
निशा | निशा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
वरम् | वर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
दिवा | दिवा | pos=i |
उभयम् | उभय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उपैतु | उपे | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
अथवा | अथवा | pos=i |
क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
जनेन | जन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
यत्र | यत्र | pos=i |
समागमः | समागम | pos=n,g=m,c=1,n=s |