अमरुशतकम् — 47
Original
Segmented
कठिन-हृदये मुञ्च भ्रान्तिम् व्यलीक-कथा-आश्रिताम् पिशुन-वचनैः दुःखम् नेतुम् न युक्तम् इमम् जनम् किम् इदम् अथवा सत्यम् मुग्धे त्वया हि विनिश्चितम् यद् अभिरुचितम् तन् मे कृत्वा प्रिये सुखम् आस्यताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कठिन | कठिन | pos=a,comp=y |
हृदये | हृदय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मुञ्च | मुच् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भ्रान्तिम् | भ्रान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
व्यलीक | व्यलीक | pos=a,comp=y |
कथा | कथा | pos=n,comp=y |
आश्रिताम् | आश्रि | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
पिशुन | पिशुन | pos=a,comp=y |
वचनैः | वचन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नेतुम् | नी | pos=vi |
न | न | pos=i |
युक्तम् | युक्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अथवा | अथवा | pos=i |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मुग्धे | मुह् | pos=va,g=f,c=8,n=s,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
विनिश्चितम् | विनिश्चि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अभिरुचितम् | अभिरुचित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तन् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
प्रिये | प्रिय | pos=a,g=f,c=8,n=s |
सुखम् | सुखम् | pos=i |
आस्यताम् | आस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |