अमरुशतकम् — 43
Original
Segmented
सा यावन्ति पदानि अलीक-वचनैः आली-जनैः शिक्षिता तावन्ति एव कृत-आगसः द्रुततरम् व्याहृत्य पत्युः पुरः प्रारब्धा पुरतो यथा मनसिजस्य आज्ञा तथा वर्तितुम् प्रेम्णो मौग्ध्य-विभूषणस्य सहजः कः अपि एष कान्तः क्रमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यावन्ति | यावत् | pos=a,g=n,c=2,n=p |
पदानि | पद | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अलीक | अलीक | pos=a,comp=y |
वचनैः | वचन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
आली | आलि | pos=n,comp=y |
जनैः | जन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शिक्षिता | शिक्षय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
तावन्ति | तावत् | pos=a,g=n,c=2,n=p |
एव | एव | pos=i |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
आगसः | आगस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
द्रुततरम् | द्रुततर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
व्याहृत्य | व्याहृ | pos=vi |
पत्युः | पति | pos=n,g=,c=6,n=s |
पुरः | पुरस् | pos=i |
प्रारब्धा | प्रारभ् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पुरतो | पुरतस् | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
मनसिजस्य | मनसिज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आज्ञा | आज्ञा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
वर्तितुम् | वृत् | pos=vi |
प्रेम्णो | प्रेमन् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मौग्ध्य | मौग्ध्य | pos=n,comp=y |
विभूषणस्य | विभूषण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सहजः | सहज | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कान्तः | कान्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
क्रमः | क्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |