अमरुशतकम् — 39
Original
Segmented
चिर-विरहिन् उत्कण्ठा-आर्ति-श्लथीकृत-गात्रयोः नवम् इव जगज् जातम् भूयस् चिरात् अभिनन्दतोः कथम् अपि दिने दीर्घे याते निशाम् अधिरूढयोः प्रसरति कथा बह्वी यूनोः यथा न तथा रतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चिर | चिर | pos=a,comp=y |
विरहिन् | विरहिन् | pos=a,g=m,c=6,n=d |
उत्कण्ठा | उत्कण्ठा | pos=n,comp=y |
आर्ति | आर्ति | pos=n,comp=y |
श्लथीकृत | श्लथीकृ | pos=va,comp=y,f=part |
गात्रयोः | गात्र | pos=n,g=m,c=6,n=d |
नवम् | नव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
जगज् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
जातम् | जन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भूयस् | भूयस् | pos=i |
चिरात् | चिरात् | pos=i |
अभिनन्दतोः | अभिनन्द् | pos=va,g=m,c=6,n=d,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
दिने | दिन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दीर्घे | दीर्घ | pos=a,g=n,c=7,n=s |
याते | या | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
निशाम् | निशा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अधिरूढयोः | अधिरुह् | pos=va,g=m,c=6,n=d,f=part |
प्रसरति | प्रसृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कथा | कथा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बह्वी | बहु | pos=a,g=f,c=1,n=s |
यूनोः | युवन् | pos=n,g=,c=6,n=d |
यथा | यथा | pos=i |
न | न | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
रतिः | रति | pos=n,g=f,c=1,n=s |