अमरुशतकम् — 23
Original
Segmented
त्वम् मुग्धाक्षि विना एव कञ्चुलिकया धत्से मनोहारिणीम् लक्ष्म्यम् इति अभिधायिनि प्रियतमे तद्-वीटिकाम् संस्पृशि शय्या-उपान्त-निविष्ट-सस्मित-मुखी-नेत्रोत्सव-आनन्दितः निर्यातः शनकैस् अलीक-वचनोपन्यासम् आली-जनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मुग्धाक्षि | मुग्धाक्षी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
विना | विना | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कञ्चुलिकया | कञ्चुलिका | pos=n,g=f,c=3,n=s |
धत्से | धा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
मनोहारिणीम् | मनोहारिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
लक्ष्म्यम् | लक्ष्मी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
अभिधायिनि | अभिधायिन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
प्रियतमे | प्रियतम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
वीटिकाम् | वीटिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
संस्पृशि | संस्पृश् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
शय्या | शय्या | pos=n,comp=y |
उपान्त | उपान्त | pos=n,comp=y |
निविष्ट | निविश् | pos=va,comp=y,f=part |
सस्मित | सस्मित | pos=a,comp=y |
मुखी | मुखी | pos=n,comp=y |
नेत्रोत्सव | नेत्रोत्सव | pos=n,comp=y |
आनन्दितः | आनन्द् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निर्यातः | निर्या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शनकैस् | शनकैस् | pos=i |
अलीक | अलीक | pos=n,comp=y |
वचनोपन्यासम् | वचनोपन्यास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आली | आलि | pos=n,comp=y |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |