अमरुशतकम् — 19
Original
Segmented
एकस्मिन् शयने पराङ्मुखतया वीतोत्तरम् ताम्यतोः अन्योन्यस्य हृदि स्थिते अपि अनुनये संरक्ष् गौरवम् दम्पत्योः शनकैस् अपाङ्ग-वलनात् मिश्रीभू-चक्षुस् भग्नो मानकलिः स हास-रभसम् व्यासक्त-कण्ठ-ग्रहम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एकस्मिन् | एक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
शयने | शयन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पराङ्मुखतया | पराङ्मुखता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
वीतोत्तरम् | वीतोत्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ताम्यतोः | तम् | pos=va,g=m,c=6,n=d,f=part |
अन्योन्यस्य | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्थिते | स्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
अनुनये | अनुनय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
संरक्ष् | संरक्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=d,f=part |
गौरवम् | गौरव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दम्पत्योः | दम्पति | pos=n,g=m,c=6,n=d |
शनकैस् | शनकैस् | pos=i |
अपाङ्ग | अपाङ्ग | pos=n,comp=y |
वलनात् | वलन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
मिश्रीभू | मिश्रीभू | pos=va,comp=y,f=part |
चक्षुस् | चक्षुस् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
भग्नो | भञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मानकलिः | मानकलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
हास | हास | pos=n,comp=y |
रभसम् | रभस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
व्यासक्त | व्यासञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
कण्ठ | कण्ठ | pos=n,comp=y |
ग्रहम् | ग्रह | pos=n,g=m,c=2,n=s |