अमरुशतकम् — 18
Original
Segmented
काञ्च्या गाढतर अवरुध्-वसन-प्रान्ता किमर्थम् पुनः मुग्धाक्षी स्वपिति इति तत् परिजनम् स्वैरम् प्रिये पृच्छति मातः स्वप्तुम् अपि इह वारयति माम् इति आहित-क्रोधया पर्यस्य स्वपिति छलेन शयने दत्तः अवकाशः तया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
काञ्च्या | काञ्ची | pos=n,g=f,c=3,n=s |
गाढतर | गाढतर | pos=i |
अवरुध् | अवरुध् | pos=va,comp=y,f=part |
वसन | वसन | pos=n,comp=y |
प्रान्ता | प्रान्त | pos=n,g=f,c=1,n=s |
किमर्थम् | किमर्थ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
मुग्धाक्षी | मुग्धाक्षी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्वपिति | स्वप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परिजनम् | परिजन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्वैरम् | स्वैर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
प्रिये | प्रिय | pos=a,g=m,c=7,n=s |
पृच्छति | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
मातः | मातृ | pos=n,g=f,c=8,n=s |
स्वप्तुम् | स्वप् | pos=vi |
अपि | अपि | pos=i |
इह | इह | pos=i |
वारयति | वारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
आहित | आधा | pos=va,comp=y,f=part |
क्रोधया | क्रोध | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पर्यस्य | पर्यस् | pos=vi |
स्वपिति | स्वप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
छलेन | छल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शयने | शयन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दत्तः | दा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अवकाशः | अवकाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |