अमरुशतकम् — 106
Original
Segmented
अनालोच्य प्रेम्णः परिणतिम् अनादृत्य सुहृदस् त्वया अकाण्डे मानः किम् इति सरले प्रेयसि कृतः समाकृष्टा हि एते विरह-दहन-उद्भासुर-शिखाः स्व-हस्तेन अङ्गाराः तद् अलम् अधुना अरण्यरुदितैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनालोच्य | अनालोच्य | pos=i |
प्रेम्णः | प्रेमन् | pos=n,g=,c=6,n=s |
परिणतिम् | परिणति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अनादृत्य | अनादृत्य | pos=i |
सुहृदस् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
अकाण्डे | अकाण्ड | pos=a,g=n,c=7,n=s |
मानः | मान | pos=n,g=m,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
सरले | सरल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
प्रेयसि | प्रेयस् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
कृतः | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
समाकृष्टा | समाकृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
हि | हि | pos=i |
एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विरह | विरह | pos=n,comp=y |
दहन | दहन | pos=n,comp=y |
उद्भासुर | उद्भासुर | pos=a,comp=y |
शिखाः | शिखा | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
हस्तेन | हस्त | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अङ्गाराः | अङ्गार | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अलम् | अलम् | pos=i |
अधुना | अधुना | pos=i |
अरण्यरुदितैः | अरण्यरुदित | pos=n,g=n,c=3,n=p |