अमरुशतकम् — 102
Original
Segmented
अहम् तेन आहूता किम् अपि कथयामि इति विजने समीपे च आसीना सरस-हृदय-त्वात् अवहिता ततः कर्ण-उपान्ते किम् अपि वद् आघ्राय वदनम् गृहीता धर्मिल्ले सखि स च गाढम् अधरे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आहूता | आह्वा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
कथयामि | कथय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
विजने | विजन | pos=a,g=n,c=7,n=s |
समीपे | समीप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
आसीना | आस् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
सरस | सरस | pos=a,comp=y |
हृदय | हृदय | pos=n,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अवहिता | अवहित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
कर्ण | कर्ण | pos=n,comp=y |
उपान्ते | उपान्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
वद् | वद् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
आघ्राय | आघ्रा | pos=vi |
वदनम् | वदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गृहीता | ग्रह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
धर्मिल्ले | सखी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
सखि | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | च | pos=i |
च | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
गाढम् | गाढम् | pos=i |
अधरे | अधर | pos=n,g=m,c=7,n=s |