अमरुशतकम् — 10
Original
Segmented
याताः किम् न मिलन्ति सुन्दरि पुनः चिन्ता त्वया मद्-कृते नो कार्या नितराम् कृशामि कथयति एवम् स बाष्पे मयि लज्जा-मन्थर-तारकेन निपत्-धार-अश्रु चक्षुषा दृष्ट्वा माम् हसितेन भावि-मरण-उत्साहः तया सूचितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
याताः | या | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
मिलन्ति | मिल् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सुन्दरि | सुन्दरी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
चिन्ता | चिन्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
कृते | कृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
नो | नो | pos=i |
कार्या | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
नितराम् | नितराम् | pos=i |
कृशामि | कृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
कथयति | कथय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एवम् | एवम् | pos=i |
स | स | pos=i |
बाष्पे | बाष्प | pos=n,g=m,c=7,n=s |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
लज्जा | लज्जा | pos=n,comp=y |
मन्थर | मन्थर | pos=a,comp=y |
तारकेन | तारक | pos=n,g=n,c=3,n=s |
निपत् | निपत् | pos=va,comp=y,f=part |
धार | धारा | pos=n,comp=y |
अश्रु | अश्रु | pos=n,g=n,c=3,n=s |
चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
हसितेन | हसित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
भावि | भाविन् | pos=a,comp=y |
मरण | मरण | pos=n,comp=y |
उत्साहः | उत्साह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
सूचितः | सूचय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |