शुकसप्ततिः /72
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386
Z 12 KRB भवतोवीस: मदन; B हरदत्तनयेस्योपभोगो; सोवनु०. R संतुष्येव, B सतुष्येवा; Kauch
noch संतुष्येत्. Z 13 KR • संक्रंदन: HRB विद्याधरो. Z14 RB वेत्त्यमाण; ॰मुपहरणाय; B
समानाय. Z 15 HRB विद्याधर Z16 RB कस्माता; B •कर्षीस्त्वं. Z 20 HRB विद्याधरेण;
H •तोषिष्ट, RB सावतो विष्ट. Z22 KRB याचितं 723 RB •त्पत्स्याते. 224 B अत ए. Z25
B जानतो; RB शुचि. Z26 R सौपर्ण, B सौपर्णमंक्रं; ततस्तजप्त° Z27 RB प्राणि०; B मनसेतस्य.
Z29 KR शुक. Z30 B • विशेषामै; KRB om न; B का. Z 31 B कारो; RB • विरभायत्.
Z32 RB समाप्तति. Z33 R स्वभात.
Z8B कञ्च. Z11 B
Seite 323 ( 7 ), Z2 H; HKR ●व्यतिशय्य; H त्वयैवाधिगतं, KRB त्वयैवाधिगतः; सर्व-
स्वसमन्वभावि. Z3 R परिपाद्या; B पाद्या. 77 RB •पादयन् अह°.
तदाकर्णयतु; येतदर्थे. Z12 Kom प्रति; KRB om पद; RB विजशर्मा० Z14 B भ्यस्ताः; HRB
• स्युदयमासादयति. Z15 B व्रजयिष्यामि; RB ०रुद्यममव: 716 B add देशांतरं निरगात् hinter
इत्थं; om Sटाव्यं कु०; R कुर्वणे ; K ऽटनं. Z17 Bom पर्व. Z18 H पवित्रकमेतत्तपो०; RB ॰कूटं.
720 B परम. Z21 H तरोःस्थले. Z 22 R पुरोदेशावस्तितसंबद्धकर; B
पुरोदेशावस्तितसंबंधयोजितंकर०. Z23 RB ° पुरस्कार०. 225 H °मादितः Z26 B स्व. 2 28
B · भावर्जितं; K द्विधाभावविवर्जितम् neben obiger Lesart; R भावा. Z30 H माध्यंदिन ; B
मध्यंदिनाक्रम 731 RBom बलाका bis बलाकाम्; HRB om यावता; RBK परिपश्यति. Z33
RB hinter महान्तम तस्योपरि bis तावता बलाका; RBK नुतापिमा०, H वृधैव Z35 RB परिलोषः.
719 B चालवानं.
Seite 324 (8), Z3 HRB •पकरण ०. Z4B समाधा उप०. Z7 RB नामधेय; ग्रहं 78
RB तायाता. 79 RB ग्रहान; B स्थापइत्वा; क्षणमास्था. Z10 RB स्नानपानाय. Z11 B
तदा. Z14 H प्रयोजनं. Z17 B परिवस्या Z19 HK शिश्रूषणं; RB यत्र स्त्रीणां हि. Z21
K उचितं; HRB स्वरं. Z23 H विकलं; B फमासाद्यते 224 K दुरदृशतान्य°, R°दुई शतान्य°, B
● दुर्दशातान्य; Hom तया; RB तदनुगतया. 225 B कोपे. Z26 RB °भव.. Z28 H व्यभा-
षीच्च; B °देष्टव्याः; RB तवेदश, तीन्द्रिय. Z29 RB ज्ञानोदयोस्त; सपादयति. Z30 K पत्युपा-
चरणेन, B पत्युरूपाचरणेन; RB जरिबृंभितिं, K जरिजृंभति; RB वारणणर्सी Z31 RB वारणर्शी.
Z34 B पतिव्रता; RB तथैव.
Seite 325 (9), 71 KRB प्रचिक्षेप. Z2 B योजइत्वा. Z3 B गतश्चेद्ववम० Z4 H गरुर ०.
Z 13 B व्यर्थमपाद; HR त्वयैतद्वि॰, B तयै°. Z.14 HKRB शिश्रूषां; H साधयसीमाचर, B स्वतयेव.
715 RB om कृतः; RB निजगाम, H जगाम 216 KRB निरतिशय Z17 B ममपि; B कालो,
H लोके. Z18 Hom नृषु प्रार्थित; RB पश्येतत्विषये, K पश्यैतात्रविषये; H °मुदाहारणु०. 7 19
B पांडुरसंज्ञकं; HRB °पास्ति Z20H महनीयम; RB •चरंति; B तज्जवतपो०; H स्वामेव, RB
स्वमेव ; R परिवढे. 721 B शिलीकृत्य; HK पदुधौके, R ●पहुंधौके, B • पधौके; KRB तत्रार्थि;
•वसितो. Z22 RB एतावत्यलं. Z24 B परिव्रज. Z25 R व्यजिज्ञिपत्, B व्यजिर्जिपत्. 726
RB om तदेतद्वि॰ bis दातव्यम्. 227 H संतुष्यन्. Z30 B चिंताद्वहनं. 31 RB पुमान्; KRB
विनिमयं नार्हति ( K hat auch die Lesart des Textes ! ). 734K immer यस्यार्थी Z35 R
पुमान, B मुपान्.
Seite 326 (10), Z1 B स च
तत्रिशद्वो. Z4 B त्रयो दा तंडुला०.
पंडित: ; RB सः श्रुत०
Z6 RB मनुयुक्तः
Z2 RB जना : st. गुणा: 23 B
Z7 HRB विद्यो न. 78 R कृयते,
Z 12 KRB भवतोवीस: मदन; B हरदत्तनयेस्योपभोगो; सोवनु०. R संतुष्येव, B सतुष्येवा; Kauch
noch संतुष्येत्. Z 13 KR • संक्रंदन: HRB विद्याधरो. Z14 RB वेत्त्यमाण; ॰मुपहरणाय; B
समानाय. Z 15 HRB विद्याधर Z16 RB कस्माता; B •कर्षीस्त्वं. Z 20 HRB विद्याधरेण;
H •तोषिष्ट, RB सावतो विष्ट. Z22 KRB याचितं 723 RB •त्पत्स्याते. 224 B अत ए. Z25
B जानतो; RB शुचि. Z26 R सौपर्ण, B सौपर्णमंक्रं; ततस्तजप्त° Z27 RB प्राणि०; B मनसेतस्य.
Z29 KR शुक. Z30 B • विशेषामै; KRB om न; B का. Z 31 B कारो; RB • विरभायत्.
Z32 RB समाप्तति. Z33 R स्वभात.
Z8B कञ्च. Z11 B
Seite 323 ( 7 ), Z2 H; HKR ●व्यतिशय्य; H त्वयैवाधिगतं, KRB त्वयैवाधिगतः; सर्व-
स्वसमन्वभावि. Z3 R परिपाद्या; B पाद्या. 77 RB •पादयन् अह°.
तदाकर्णयतु; येतदर्थे. Z12 Kom प्रति; KRB om पद; RB विजशर्मा० Z14 B भ्यस्ताः; HRB
• स्युदयमासादयति. Z15 B व्रजयिष्यामि; RB ०रुद्यममव: 716 B add देशांतरं निरगात् hinter
इत्थं; om Sटाव्यं कु०; R कुर्वणे ; K ऽटनं. Z17 Bom पर्व. Z18 H पवित्रकमेतत्तपो०; RB ॰कूटं.
720 B परम. Z21 H तरोःस्थले. Z 22 R पुरोदेशावस्तितसंबद्धकर; B
पुरोदेशावस्तितसंबंधयोजितंकर०. Z23 RB ° पुरस्कार०. 225 H °मादितः Z26 B स्व. 2 28
B · भावर्जितं; K द्विधाभावविवर्जितम् neben obiger Lesart; R भावा. Z30 H माध्यंदिन ; B
मध्यंदिनाक्रम 731 RBom बलाका bis बलाकाम्; HRB om यावता; RBK परिपश्यति. Z33
RB hinter महान्तम तस्योपरि bis तावता बलाका; RBK नुतापिमा०, H वृधैव Z35 RB परिलोषः.
719 B चालवानं.
Seite 324 (8), Z3 HRB •पकरण ०. Z4B समाधा उप०. Z7 RB नामधेय; ग्रहं 78
RB तायाता. 79 RB ग्रहान; B स्थापइत्वा; क्षणमास्था. Z10 RB स्नानपानाय. Z11 B
तदा. Z14 H प्रयोजनं. Z17 B परिवस्या Z19 HK शिश्रूषणं; RB यत्र स्त्रीणां हि. Z21
K उचितं; HRB स्वरं. Z23 H विकलं; B फमासाद्यते 224 K दुरदृशतान्य°, R°दुई शतान्य°, B
● दुर्दशातान्य; Hom तया; RB तदनुगतया. 225 B कोपे. Z26 RB °भव.. Z28 H व्यभा-
षीच्च; B °देष्टव्याः; RB तवेदश, तीन्द्रिय. Z29 RB ज्ञानोदयोस्त; सपादयति. Z30 K पत्युपा-
चरणेन, B पत्युरूपाचरणेन; RB जरिबृंभितिं, K जरिजृंभति; RB वारणणर्सी Z31 RB वारणर्शी.
Z34 B पतिव्रता; RB तथैव.
Seite 325 (9), 71 KRB प्रचिक्षेप. Z2 B योजइत्वा. Z3 B गतश्चेद्ववम० Z4 H गरुर ०.
Z 13 B व्यर्थमपाद; HR त्वयैतद्वि॰, B तयै°. Z.14 HKRB शिश्रूषां; H साधयसीमाचर, B स्वतयेव.
715 RB om कृतः; RB निजगाम, H जगाम 216 KRB निरतिशय Z17 B ममपि; B कालो,
H लोके. Z18 Hom नृषु प्रार्थित; RB पश्येतत्विषये, K पश्यैतात्रविषये; H °मुदाहारणु०. 7 19
B पांडुरसंज्ञकं; HRB °पास्ति Z20H महनीयम; RB •चरंति; B तज्जवतपो०; H स्वामेव, RB
स्वमेव ; R परिवढे. 721 B शिलीकृत्य; HK पदुधौके, R ●पहुंधौके, B • पधौके; KRB तत्रार्थि;
•वसितो. Z22 RB एतावत्यलं. Z24 B परिव्रज. Z25 R व्यजिज्ञिपत्, B व्यजिर्जिपत्. 726
RB om तदेतद्वि॰ bis दातव्यम्. 227 H संतुष्यन्. Z30 B चिंताद्वहनं. 31 RB पुमान्; KRB
विनिमयं नार्हति ( K hat auch die Lesart des Textes ! ). 734K immer यस्यार्थी Z35 R
पुमान, B मुपान्.
Seite 326 (10), Z1 B स च
तत्रिशद्वो. Z4 B त्रयो दा तंडुला०.
पंडित: ; RB सः श्रुत०
Z6 RB मनुयुक्तः
Z2 RB जना : st. गुणा: 23 B
Z7 HRB विद्यो न. 78 R कृयते,