2023-04-09 14:29:38 by ambuda-bot
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काव्यकल्पलतावृत्तिः
क्षम स्थामं आदिम आयाम मध्यम विषम कलम उपयाम आराम अर्यम
प्लवङ्गम भुजङ्गम तुरङ्गम ।
अग्रे मस्तु मति मख मनः मल महः मद मयुः मरु अमर मोक्ष मेरु मेघा
मौलि मांसादी मेखला मोहन मोदन मेघ मण्डन मङ्गल मद्गु महानिशा महानस
महाबल महासेन महाघ्वज मलयज मदन मनुज मत्सर महिला मसूर आमय
मरण मकर मधुर मञ्जु मन्द मन्द्र मञ्जीर मन्दार मण्डल मन्दुरा यामा रामा
वामा क्षमा रुमा उमा सीमा । अग्रे मानस माया माला मास माक्षिक मालिक
मारण मानव मार्जन मार्ग मारुत मातलि मार्तण्ड अमात्य तिमि कामि स्वामि
भूमि । अग्रे मिष आमिष मित्र तमी शमी । अग्रे मीन मीमांसा चमू । अग्रे मूक
मूढ मूल भय रय लय प्रिय हय काय तोय चय नय हृद्य अह्नाय आलय आम्नाय
आमय आनाय अङ्गुलीय उत्तरीय अन्तराय वलय विलय विषय कुलाय गाङ्गेय
समुदाय । अग्रे यम यक्ष यति यज्ञ यशः यज्वा आयत अयः वयः पयः ।
.
अग्रे योग योध योनि आयोधन दया जाया माया मृगया । अग्रे
याद: यात्रा यान याग याम आयाम यावक मायु मयु वायु मृगयु शुभंयु
अहंयु । अग्रे युग युगल युव आयुध युगन्धर सुर पुर अमर असुर अधर हर
नर स्मर चर चार कर खुर पर वीर सूर नीर तीर आभीर गम्भीर आहार
द्वार क्षार कूर धीर वर जार दूर हार वैर शर दार वीर सार अक्षर अन्तर
दर अम्बर स्थिर गर पूर आधार चार वार अधोर गौर आचार बन्धुर
कडार पाण्डुर अनादर सत्वर सुन्दर रुचिर मधुर उत्कर विसर कुलोर
अकूपार तुषार शिशिर रुधिर बधिर शबर वटार कोटीर शेखर अलङ्कार
कूर्पर अधर उदर कुटीर मुद्गर मुखर नखर समर सङ्कर अनुचर वत्सर
कूबर मन्थर दासेर उदार इतर पीवर चतुर शृङ्गार नगर भ्रमर सिन्धुर
कुञ्जर कान्तार आकार कन्दर मर्मर तिमिर वासर अङ्गार किन्नर समीर
कोविदार कर्णिकार हयमार करवीर चकोर वैश्वानर पयोधर शतधार दामोदर
प्रतीहार युगन्धर लिपिकर मणिकर पारावार नालिकेर ।
अग्रे रवि रति रश्मि रक्षा रक्ष रव रय रथ रसा रक्त रस उरग रमणी
रचित रहित रक्षित आरक्ष आरनाल आरभट रम्भा रङ्ग रंह रन्ध्र आरम्भ
मुद्रा जरा धारा तारा धरा कोरा पुरा धुरा धरा धारा शिरोधरा । अग्रे राज
राग राहु रामा राका रात्रि आराम राशि राजी राव राक्षस आराधन आरालिक
राजीव राजयक्ष्मा आरात्रिक सूरि हारि वारि वैरि भूरि करि गिरि हरि अरि
स्तम्बकरि तरवारि । अग्रे रिपु अरित्र रिक्त अरि नारी वारी तरी सुरो पुरी
क्षम स्थामं आदिम आयाम मध्यम विषम कलम उपयाम आराम अर्यम
प्लवङ्गम भुजङ्गम तुरङ्गम ।
अग्रे मस्तु मति मख मनः मल महः मद मयुः मरु अमर मोक्ष मेरु मेघा
मौलि मांसादी मेखला मोहन मोदन मेघ मण्डन मङ्गल मद्गु महानिशा महानस
महाबल महासेन महाघ्वज मलयज मदन मनुज मत्सर महिला मसूर आमय
मरण मकर मधुर मञ्जु मन्द मन्द्र मञ्जीर मन्दार मण्डल मन्दुरा यामा रामा
वामा क्षमा रुमा उमा सीमा । अग्रे मानस माया माला मास माक्षिक मालिक
मारण मानव मार्जन मार्ग मारुत मातलि मार्तण्ड अमात्य तिमि कामि स्वामि
भूमि । अग्रे मिष आमिष मित्र तमी शमी । अग्रे मीन मीमांसा चमू । अग्रे मूक
मूढ मूल भय रय लय प्रिय हय काय तोय चय नय हृद्य अह्नाय आलय आम्नाय
आमय आनाय अङ्गुलीय उत्तरीय अन्तराय वलय विलय विषय कुलाय गाङ्गेय
समुदाय । अग्रे यम यक्ष यति यज्ञ यशः यज्वा आयत अयः वयः पयः ।
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अग्रे योग योध योनि आयोधन दया जाया माया मृगया । अग्रे
याद: यात्रा यान याग याम आयाम यावक मायु मयु वायु मृगयु शुभंयु
अहंयु । अग्रे युग युगल युव आयुध युगन्धर सुर पुर अमर असुर अधर हर
नर स्मर चर चार कर खुर पर वीर सूर नीर तीर आभीर गम्भीर आहार
द्वार क्षार कूर धीर वर जार दूर हार वैर शर दार वीर सार अक्षर अन्तर
दर अम्बर स्थिर गर पूर आधार चार वार अधोर गौर आचार बन्धुर
कडार पाण्डुर अनादर सत्वर सुन्दर रुचिर मधुर उत्कर विसर कुलोर
अकूपार तुषार शिशिर रुधिर बधिर शबर वटार कोटीर शेखर अलङ्कार
कूर्पर अधर उदर कुटीर मुद्गर मुखर नखर समर सङ्कर अनुचर वत्सर
कूबर मन्थर दासेर उदार इतर पीवर चतुर शृङ्गार नगर भ्रमर सिन्धुर
कुञ्जर कान्तार आकार कन्दर मर्मर तिमिर वासर अङ्गार किन्नर समीर
कोविदार कर्णिकार हयमार करवीर चकोर वैश्वानर पयोधर शतधार दामोदर
प्रतीहार युगन्धर लिपिकर मणिकर पारावार नालिकेर ।
अग्रे रवि रति रश्मि रक्षा रक्ष रव रय रथ रसा रक्त रस उरग रमणी
रचित रहित रक्षित आरक्ष आरनाल आरभट रम्भा रङ्ग रंह रन्ध्र आरम्भ
मुद्रा जरा धारा तारा धरा कोरा पुरा धुरा धरा धारा शिरोधरा । अग्रे राज
राग राहु रामा राका रात्रि आराम राशि राजी राव राक्षस आराधन आरालिक
राजीव राजयक्ष्मा आरात्रिक सूरि हारि वारि वैरि भूरि करि गिरि हरि अरि
स्तम्बकरि तरवारि । अग्रे रिपु अरित्र रिक्त अरि नारी वारी तरी सुरो पुरी