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७१६
 
कलमाग्रनिर्गत ०.
कलहप्रियाति ● 0
कलुषं कटुकं
कल्पद्रुम न जानाति
कल्पद्रुमोपि कालेन
कल्याणं नः किमधिक ०
कल्याणदो भवेत्
 
कल्पान्तपवना ०
कल्पान्ते कोधनस्य
कल्यान्ते शमित ०
कलोलैः स्थगयन्
कवयः कालिदासाद्याः
कवयः परितुष्यन्ति
कविभिनृपसेवा ०
कविरमरः
कविवाक्या ०
कवी नीमि.
कञ्चिह्निपत्खड्ग
कष्टदश्चिरिचिरीति
कस्तूरीतिलकं वाले
कस्त्वं भोः कथयामि .
 
कस्त्वं शूली मृगय
कस्मिन्स्वपित
कस्य मरौ.
कस्यिस्वन इव
काकचचटी
 
काकजङ्घाजटा
काकजङ्कारसः
 
काकतालीय योगेन
 
काकमाची तथा
 
काक्रमाची शिफा०
 
0
 
काकस्य दृष्टिहेतो
काकाकल्यं यमा०
 
काकिन्याः पच०
काकुत्स्थेन शिरांसि
 
काकः सह ..
 
काकोदुग्वरिकाय..
काकोल: कलकण्टिका
काचिन्निवारित०
काचिन्मृगाक्षी
काञ्चीगुणैर्विरचिता
काञ्जिन समा
काठिन्यमङ्गै· रखिले:
 
काणा: कुब्जाश्च
 
शार्ङ्गधरपद्धति:
 
4041
 
3106
 
2174
 
1242
 
987
 
1183
 
1989
 
4223
 
97
 
98
 
1089
 
175
 
158
 
195
 
176
 
169
 
172
 
3978
 
2687
 
3294
 
1046
 
कानि स्थानानि दरबा
। कान्ताकलि कलयतु
कन्तामुखं सुरत
 
कान्तारः समरा०
 
कान्ते कथंचिदित
 
कान्ते तल्पमुवा.
कान्च्छामः सुराः
 
काम्याः क्रियास्तथा
 
कामं कामदुधे
 
कामं [प्रया
 
कामं भवन्तु मधु ०
 
कामं वनेषु
 
कामः सवात्मना
 
कामक्रोधादयः
 
कामदो विजया
 
कामपि श्रियमासाय
 
कामुके भ्रमरः
 
कायः कण्टक ०
 
कायच्छिदत्वार्षिका
 
कायस्थेनीदर •
 
कारणोत्पन्न ०.
कारञ्जीः कुञ्जयन्तो
कार्य च शान्त ०
कार्याकार्येषु काकोल •
कार्यान्तरेष्वप्यनु०
कालकूटादयो..
 
95
 
560
 
556
 
4659
 
4379
 
2986
 
2991
 
1435
 
2921
 
2990
 
2497
 
4044
 
3063
 
4018
 
838
 
2184
 
3602 कासांचिद्धवल ०
 
3523
 
काष्ठं शिरसि सं०
 
519
 
3345
 
3037
 
3341
 
1339
 
कालज्ञ्जराः काल ०
 
कालाग्निरुद्र
 
कालानिक्रमणं
 
कालेन क्षितिवारि ०
 
काले नीलवलाहके
 
कावेरीतीरभूमीरुह०
कावेरीवारिवेल ●
 
काव्यमय्यो
 
काशाः क्षीरनिकाशाः
 
कांश्चित्कल्पशतं
 
काश्मीरगौरवपुषा०.
 
काष्ठगोलयुगं
काष्ठेश्व केशं
किंशुक कलिका० ...
किंशुकादपि गन्धाशा
किशुकाद्गच्छ मा
 
3828
 
991
 
3466
 
2009
 
3384
 
3747
 
147
 
4519
 
495
 
252
 
1144
 
261
 
4195
 
4499
 
1979
 
460
 
3149
 
1039
 
4675
 
4043
 
3938
 
3851
 
2682
 
2657
 
2644
 
2861
 
4679
 
4301
 
786
 
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3809
 
171
 
3906
 
4166
 
3609
 
965
 
4514
 
1869
 
1866
 
3794
 
1540
 
1045