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और्वाइवातिलुब्बा
 

 
कंसारिचरणो०
कः प्रार्थ्यते मदन
ककुभकरीरावेकत्र
ककुभस्य फलं
कङ्कहंसशशादानी
कटकवं पृथग्
कटी मुष्टिग्राद्या
कटुतितकषाय०
कठिनं वा मधुरं
कण्टक्यकण्टकानां
कण्ठमाकुच्य हृदये.
 
कति पल्लविता..
 
कथमपि सखि
 
कण्ठस्य तस्याः स्तन ०
कण्ठस्य विद
कण्ठे क एष तव
कण्ठे चिन्तामणिज्ञेय
 
कण्ठे रज्जु वढा..
कण्डूयते दक्षिण •
कण्डूयमानः खलु
कनि कति न...
कतिपयदिन०
कतिपयदिवस●
कतिपयनिमेष●
 
कथं ते व्यक्त ०
कथय निपुणे
कथमिह मनुष्य •
कदम्बवृक्ष०
कदर्थितस्या ●
कनकरसममृण..
कनकस्य तु पञ्चाङ्गं..
कनिष्ठास्तं नमस्येरन्
 
कन्दाग्रात्प्रोत्थितः
कन्याकर्तित ......
कपिकच्छू च निज●
कपिकच्छू० मद०
कोतगृध्रकाकोल०
कपोले जानक्या:.
 
कपोले मार्जारीपय ०..
 

 
श्लोकानुक्रमणिका
 
431
 
796
 
555
 
2216
 
3015
 
1771
 
4242
 
4055
 
2261
 
1453
 
2202
 
4411
 
3329
 
3327
 
3176
 
1653
 
2984
 
2354
 
2350
 
कमलिनी मलिनी
 
कम्पितं भीत०
 
कम्पते गुण ०
कम्पन्ते गिरयः
कर किसलयं भूत्वा
करझारग्वधा
करभदयिते यत्तत्पीतं.
करभदयिते यो सौ....
करबदरसदृश०
करान्प्रसार्य रावणा
करालैः पुरुषः
 
करिकृष्णा श्वगन्धा
करिणश्च हस्तिकर्णै ०.
 
करिमदगन्धि०
 
करिवर मदित ●
करीषमध्ये
करे च दक्षिणे
 
करेण कण्डूयति
करोति निर्मला ०.
 
करोति नीडं भुविं
करोति हुं हुं शुगिति
 
करी धुनाना नव०
कर्कशेन त चापेन
कर्कोटिकार्कयो ●
 
938
 
697
 
कर्णस्त्वचं
 
1124 कर्णामृतं सूक्ति ०
कर्णाग्रे पीडिते
 
155
 
1018
 
कर्णिकं काक●
 
3546
 
कर्णिकारस०
 
696
 
कर्णे चामर०
 
3512
 
कर्णे तालदलं.
 
140
 
कर्णे वृद्धा रवी
 
3025
 
कर्पासबी जमज्जानां
 
3231
 
227 कर्पूरं चन्दनं कुष्ठं
कर्पूर भल्लातक
3198 कर्पूर मिश्र से हुण्ड ०
कर्पूरमिश्रेण च
 
1489
 
2988
 
4318 कर्पूराम्बुनिषेक ०
कर्मण: संचयात् .
कर्मणा मनसा वाचा..
 
3221
 
3225
 
कर्मणामिष्टदुष्टानां
कर्षणान्वेषणे यातुः
 
4573
 
3990
 
3640
 
कर्षद्भिः सिचया...
कलकणित गर्भेण
 
..........
 
७१५
 
3793
 
1960
 
1850
 
1074
 
3706
 
2265
 
960
 
953
 
59
 
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4535
 
3233
 
2316
 
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570