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करञ्ज
 
करवीर
 

नक्तमाल (१,२,३)
 
कलिहारी
 

 
करवीर
अश्वहन (१)
 

अश्वहन्ता (२)
 

हयमारक: (१,२)
 

 
कलिहारी [‌‍^१]
अग्निमुखी (१)
 

लाङ्गली (१,२,३)
 

विशल्या (२,३)
 

हलिनी (३) ला
 

 
काकोदुम्बरिका
 

फल्गु (१, २, ३)
 

भद्रोदुम्बरी (२)
 

मलपू (यू) (१,२,३)की
 

 
काश्मरी
 
किरात
 

सदाभद्रा (२)
 

 
किरात
भूनिम्ब (१, २, ३)
 

 
कुङ्कुम
 
गिर
 
नामरूपज्ञानम्
 

काश्मीरज (३)

बाह्रीक (१, २, ३)

सङ्कोच (१)
 

 
कुटज
 

इन्द्रवृक्ष (२, ३)

वत्सक (१, २, ३)
 

वृक्षक (१, २, ३)
 

 

शक्र (१)
 

शक्राह्व (२,३)
 

 
कुसुम्भ
 

लट्वाक (३)
 

 
कूष्माण्ड
 
केतक
 
खदिर
 

पुष्पफल (२)
 

 
केतक
तृणशून्य (१, २)
 
कोकिलाक्ष
 
इक्षुरक (१, २, ३)
 
क्षुरक (३)
 

 
खदिर
कुष्ठघ्न (१)
 

गायत्री (२, ३)
 

बालपत्र (२,३)
 

 
कोकिलाक्ष [^२]
इक्षुरक (१, २, ३)
क्षुरक (३)
 
गुग्गुलु
 

आमिष (२)

पलङ्कषा (१, २, ३)

महिषाक्ष (३)
 

 
२०३
 

 
[‌‍^१.]
'Kalihārī' does not appear in Brhattrayī; 'Lāngali' is the ba-
Coco
 

sonym.
 
1

[^२
.
 
2.
] The word 'kokilāksa' is not found in Caraka-samhitā. It
hr

was introduced by Suśruta and followed by väāgbhata. In

ancient times, 'iksuraka' was the basonym.