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२००
 
अगस्त्य
 
कुम्भयोनि (३)
 
जोङ्गक (१,३)
 
लोह (१,२,३)
 
अगुरु
 
अग्निमन्थ
 
अङ्कोट
 
जयन्ती (३)
 
जया (१,३)
 
नादेयी (२)
 
वैजयन्ती ( २, ३)
 
तलकोट (२)
 
अजमोदा
 
परिशिष्टम्

बृहत्त्रय्यां प्रयुक्ताः पर्यायाः
 

 
Synonyms used in Brhattrayi
 
अतिविषा
 

 
अगस्त्य
कुम्भयोनि (३)
 
अगुरु
जोङ्गक (१,३)
लोह (१,२,३)
 
अग्निमन्थ
जयन्ती (३)
जया (१,३)
नादेयी (२)
वैजयन्ती ( २, ३)
 
अङ्कोट
सी
 
लकोट (२)
 
अजमोदा
खराश्वा (ह्वा) (१)
 

 
अतसी
उमा (१,३)
 

क्षुमा (१,२,३)
 

 
अतिबला
 
Nāmarūpajñānam
 

ऋष्यप्रोक्ता (१)
 
१. चरकसंहिता
 

 
अतिविषा
घुणप्रिया (३)
 
(३)
 
18

घुणवल्लभा (३)

घुणेष्टा (३)

माद्री (३)
 

 
 
अपामार्ग
 

खरमञ्जरी (२)
प्रत्यकपुष्पा (१, २, ३)
मयूरक (१, २, ३)
 
अरलु
कट्वङ्ग (१, २, ३)
दीर्घवृन्त ( २, ३)
 
अर्क
सदापुष्पा (१,२,३)
 
अर्जुन
ककुभ (१,२,३)
पार्थ (२,३)
श्वेतवाह (३)
 
१. चरकसंहिता
२. सुश्रुतसंहिता
 
Thअरलु
 
खरमञ्जरी (२)
 
प्रत्यकपुष्पा (१, २, ३)
मयूरक (१, २, ३)
 
अर्क
 
कट्वङ्ग (१, २, ३)
दीर्घवृन्त ( २, ३)
 
सदापुष्पा (१,२,३)
 
अर्जुन
 
ककुभ (१,२,३)
पार्थ (२,३)
श्वेतवाह (३)
 

३. अष्टाङ्गहृदयम्