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स क्रतुं कुर्वीत
सत्त्वप्रधानानि
 
सप्तदश प्राजा.
सप्तदश सामि-
सप्तदशानि पृष्ठानि
 
सप्तमी विशेषणे
 
सप्तमे पदे
 
समिधो अग्न
 
समिधो यजति
 
सर्व इमे
 
सर्वत्र हि परिं-
सर्वधात्वर्थ-
सर्व पाप्ममानं
 
सर्वाण्येव हि
 
सर्वे द्रव्यविधय
 
सवेभ्यः कार्मेभ्यः
 
सर्वेभ्यो वा
 
स वेद पुत्रः
साधकतमं करणं
सास्य देवता
सुप्तिङन्तं पदं
 
सूक्तह विषोः
 
सूर्यो ज्योतिः
 
सोमशब्दः
 
सोमापौष्णं
 
सोमेन यजेत
 
सोऽरोदीत्
 
सौर्यचरुं
 
स्त्रीत्वाभावे
 
स्त्रीशूद्रद्विज -
 
FU
 
स्पन्दसम-
स्वर्गका मस्य
 
स्वाङ्गतया
स्वाध्यायोऽध्येतव्यः
 
हिरण्यं निधाय
 
हृदयस्याग्रे
 
हेतुमति च
 
PUC
 
( १६ )
 
छा. उ. ३. १४. १.
 
नि. १.१.
 
तैः ब्राः १.३.४.३.
श. ब्रा. १. ५. १.१२.
तां. ब्रा. २०. ५.१.
 
पा. सू. २. २. ३.५.
 
तै. सं. ६. १.८. १,
 
तै. ब्रा. ३. ५. १.
 
तै. सं. २.६. १.१.
पा. भा. ३.१.२६.
तं वा. १.२.४.१५२.
 
तै. सं. ५. ३. १२. १.
 
ते. वा: ३. ४. ४. ९२२ पृ.
 
तै. ब्रा. ३. ५. ७. २.
 
पा. सू. १. ४. ४२
 
पा. सू. ४. २. २४.
 
पा. सू. १. ४. १४
 
करी
 
HA
 
तै. ब्रा. २. १.
 
शा. भा. १२५
 
तै. सं. २.१.१०६
 
तै. सं. १.५० १
 
तै. सं. २.३.२.३०
 
१०० १२६
 
४६.
 
१३०
 
१३१
 
१६९
 
९३
 
२६. ४९. ५१. ८९. ९५
 
१८३
 
१६८
 
१८७
 
१५९
 
८९
 
SHA
 
TePeet
 
३१
 
४८
 
१३४.
 
१२२
 
११८. १४७. १५०
 

 
१२.१९.२०. १२०. १२४. १५३
 
५.१७८
 
२६. ५३.५४
 
३६
 
SPOONA
 
शा. भा. ६. १.३० पृ.
 
श. ब्रा. १५. ५. ७. २. डायहाय ५.१०५
प्रिमि
 
१६७
 
१५३
 
पा. सू. ३. १. ३६०
 
In
 
6
 
FOUNDED
1917
 
३१
 
१४७
 
१३७
 
१२५
 
१८८
 
१०५
 
१८४
 
१३
 
॥॥ तेजस्विनावधीतमस्तु ॥
 
Bhandarkar Oriental
Research Institute