2022-08-20 05:44:07 by Aditya_Dwivedi
This page has been fully proofread once and needs a second look.
प्रसवैश्वर्ययोः । तत एव "पर्थिवे तनये सुतः" इत्यमरे
पार्थिवार्थकत्वमुक्तम् । तेषां मोहनो यन्मन्मथराजः स सुतो यस्या इति
वा विग्रहः । लक्ष्मीसुतो हि कामदेवः । जय जयेति । १३ ।।
रमणीय घने बालों से मंजुलस्वरूप हे शैलपुत्री | हे
महिषासुरमर्दिनी ! तुम्हारी जय हो । निरन्तर गिरते हुए मदवारि
से मनोहर, स्निग्ध मत्तगजों की स्वामिनी तुम मातंगी हो । तुम त्रिभुवन
के भूषणरुप चन्द्रमा के समान रूप संपन्न लक्ष्मी हो । सुन्दर दन्त
पंक्तियों से मुस्कराती हुई सुन्दरियों में जिन का मन लालस बना
हुआ है उन उपासकों के सामने उनको मोहित करने वाली तुम
जगन्मोहिनी साक्षात् कामेश्वरी हो ||१३||
Oh Goddess, ruling (as Matangi) over the
best of intoxicated elephants rendered stucky
with the profuse ichor trickling from their
foreheads, who has got the beauty of moon as
the ornament of the three worlds and who is the
daughter of milky ocean, ( as Lakshmi), hail Oh
daughter of Cupid (as Kamarajesvari) who
infatuates those whose minds are desirous of
beautiful women, who has crushed the demon,
पार्थिवार्थकत्वमुक्तम् । तेषां मोहनो यन्मन्मथराजः स सुतो यस्या इति
वा विग्रहः । लक्ष्मीसुतो हि कामदेवः । जय जयेति । १३ ।।
रमणीय घने बालों से मंजुलस्वरूप हे शैलपुत्री | हे
महिषासुरमर्दिनी ! तुम्हारी जय हो । निरन्तर गिरते हुए मदवारि
से मनोहर, स्निग्ध मत्तगजों की स्वामिनी तुम मातंगी हो । तुम त्रिभुवन
के भूषणरुप चन्द्रमा के समान रूप संपन्न लक्ष्मी हो । सुन्दर दन्त
पंक्तियों से मुस्कराती हुई सुन्दरियों में जिन का मन लालस बना
हुआ है उन उपासकों के सामने उनको मोहित करने वाली तुम
जगन्मोहिनी साक्षात् कामेश्वरी हो ||१३||
Oh Goddess, ruling (as Matangi) over the
best of intoxicated elephants rendered stucky
with the profuse ichor trickling from their
foreheads, who has got the beauty of moon as
the ornament of the three worlds and who is the
daughter of milky ocean, ( as Lakshmi), hail Oh
daughter of Cupid (as Kamarajesvari) who
infatuates those whose minds are desirous of
beautiful women, who has crushed the demon,