मधुराविजयम् /702
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  क्षिप्तो गजेनोर्ध्व
  
  
  
   
  
  
  
खग मेकमवेक्ष्य
खुरधूतधराधूलि
   
  
  
  
गतदीप्तिगभस्तिमालिनो
   
  
  
  
गर्भस्थितस्येव
   
  
  
  
गुणं विहाय
   
  
  
  
गुरूपदेशः किल
   
  
  
  
ग्रसतु प्रधनाह्वये
   
  
  
  
घटमानदलाररी
   
  
  
  
घनांसपीठो
   
  
  
  
धर्मांशुकिरण
   
  
  
  
घुणजग्धकवाट
   
  
  
  
चक्रैनिकृत्तानि शिरांसि
   
  
  
  
चटुलषट्पदकज्जल
   
  
  
  
चतुरचंक्रमचारु
   
  
  
  
चतुस्सप्ततिकाव्योक्ति
   
  
  
  
चरणविलुठितो
चरमाम्बुधिवीचि
चलचञ्चुपतद्विसाङ्कुरैः
चलवेणिभिरुल्बणारुणाक्ष:
   
  
  
  
चलितबहिणचन्द्रक
   
  
  
  
चिकुरनियमनेषु
   
  
  
  
7
   
  
  
  
( ख )
   
  
  
  
( ग )
   
  
  
  
( घ )
   
  
  
  
( च )
   
  
  
  
7
   
  
  
  
7
   
  
  
  
2
   
  
  
  
1
   
  
  
  
3
   
  
  
  
8
   
  
  
  
7
   
  
  
  
3
   
  
  
  
4
   
  
  
  
8
   
  
  
  
9
   
  
  
  
5
   
  
  
  
5
   
  
  
  
1
   
  
  
  
6
   
  
  
  
7
   
  
  
  
7
   
  
  
  
8
   
  
  
  
5
   
  
  
  
6
   
  
  
  
10
   
  
  
  
16
   
  
  
  
28
   
  
  
  
13
   
  
  
  
3
   
  
  
  
20
   
  
  
  
22
   
  
  
  
32
   
  
  
  
17
   
  
  
  
11
   
  
  
  
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4
   
  
  
  
8
   
  
  
  
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31
   
  
  
  
34
   
  
  
  
68
   
  
  
  
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खग मेकमवेक्ष्य
खुरधूतधराधूलि
गतदीप्तिगभस्तिमालिनो
गर्भस्थितस्येव
गुणं विहाय
गुरूपदेशः किल
ग्रसतु प्रधनाह्वये
घटमानदलाररी
घनांसपीठो
धर्मांशुकिरण
घुणजग्धकवाट
चक्रैनिकृत्तानि शिरांसि
चटुलषट्पदकज्जल
चतुरचंक्रमचारु
चतुस्सप्ततिकाव्योक्ति
चरणविलुठितो
चरमाम्बुधिवीचि
चलचञ्चुपतद्विसाङ्कुरैः
चलवेणिभिरुल्बणारुणाक्ष:
चलितबहिणचन्द्रक
चिकुरनियमनेषु
7
( ख )
( ग )
( घ )
( च )
7
7
2
1
3
8
7
3
4
8
9
5
5
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6
7
7
8
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16
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