This page has not been fully proofread.

ओवैष्णव्यै
 
विष्णुरूपिण्यै
 
अयोन्यै
 
योनिनिलयायै
 
कूटस्थायै
कुलरूपिण्यै
वीरगोष्ठीप्रियायै
 
वीरायै
नैष्कर्म्याये
नादरूपिण्यै
 
विज्ञानकलनाये
 
कल्यायै
 
विदग्धायै
 
बैन्दवासनायै
 
तत्त्वाधिकायै
 
तत्त्वमय्यै
 
श्रीललितासहस्रनामावलिः
 
नमः ओं स्वस्थाये
स्वभावमधुरायै
धीरायै
 
९००
 
तत्त्वमस्वरूपिण्यै
 
सामगानप्रियायै
सौम्यायै
सदाशिवक्कुटुम्धिन्यै
सव्यापसव्यमार्गस्थायै
सर्वापद्विनिवारिण्यै
 
10
 
९१०
 
धीरसमर्चितायै
चैतन्यार्थ्यसमाराध्याये
 
चैतन्यकुसुमप्रियायै
 
सदोदितायै
 
सदातुष्टायै
तरुणादित्य पाटलायै
 
145
 
स्तोत्रप्रियायै
 
स्तुतिमत्यै
श्रुतिसंस्तुतवैभवायै
मनस्विन्यै
 
मानवत्ये
 
महेश्यै
महलाकृत्यै
 
विश्वमात्रे
 
जगद्धात्र्यै
 
नमः
 
९२०
 
दक्षिणादक्षिणाराध्यायै
दरस्मेरमुखाम्बुजाये
कौलिनी केवलायै
अनर्थ्यकैवल्यपददायिन्यै
 
९३०