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ओ निर्मोहायै
मोहनाशिन्यै
 
निर्ममायै
 
ममताइन्ध्यै
 
निष्पापाये
 
पापनाशिन्यै
 
निष्क्रोधायै
 
क्रोधशमन्यै
 
निर्लोभायै
लोमनाशिन्यै
 
निःसंशयायै
 
संशयध्यै
 
निर्भवायै
 
भवनाशिन्यै
 
निर्विकल्पाये
 
निराबाधाये
 
निर्भेदायै
 
भेदनाशिन्यै
 
निर्माशायै
 
मृत्युमधन्ये
 
निष्क्रियायै
 
निष्परि
 
श्रीललितासहस्रनामावलिः
 
नमः ओं निस्तुलायै
नीलचिकुरायै
निरपायायै
 
१७०
 
१८०
 
निरत्ययायै
 
दुर्लभायै
दुर्गमायै
दुःखहन्ध्ये
 
सुखप्रदायै
 
दुष्टदूराये
दुराचारशमन्यै
 
दोपवर्जितायै
 
सर्वज्ञायै
 
सान्द्रकरुणायै
समानाधिकवर्जिताये
 
सर्वशक्तिमय्यै
 
सर्वमङ्कलायै
 
सद्गतिप्रदायै
 
नमः
 
१९०
 
२००