2023-06-18 10:02:25 by jayusudindra
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वाय
वाय
पुं [वाज] शब्द, आवाज, वाद्यविशेष । वायं वाएदि लिंगरूवेण ।
(लिं. ४)
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वायरण
वायरण
न [व्याकरण] व्याकरण, शास्त्र विशेष । (शी. १६)
वायाम
पुं [ व्यायाम] कसरत, शारीरिक श्रम । ( स. २३७) करेदि
सत्येहिं वायामं । ( स. २३७)
वार
वार
पुं [वार] अवसर, बेला । वार एकम्मि य जम्मे । (शी. २२)
वारण
वारण
न [वारण] निषेध, रोक, निवारण । सुहमसुहवारणं किच्चा ।
(निय. ९५)
वालण
न [ज्वालन] जलाना, दग्ध करना । ( भा. १०)
खणणुत्तावणवालण। ( भा. १०) वालण में व्यन्जन का लोप हो
गया है।
वालुअ / वालुय
स्त्री [बालुका] बालू, रेज, रज, धूली। (द.७)
-वरण पुं [वरण] बालू का पुल, रेत का सेतु । कम्मं वालुयवरणं ।
(द.७)
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वावार
वावार
पुं [व्यापार] नियोजन, संलग्नता, प्रक्रिया । ( प्रव. ६४,
निय.७५, भा.४५) वावारो पत्थि विसयत्थं । (प्रव.६४) - विप्प-
मुक्क वि [विप्रमुक्त ] इन्द्रियों की प्रवृत्ति से सर्वथा रहित
वावारविप्पमुक्का। (निय.७५)
बा
वावीस
वि [ द्वाविंशति] बाईस, संख्याविशेष । (बो.४४, सू.१२)
- परिसह / परीसह पुं [परीषह ] पीड़ा, बाधा । जे वावीसपरीसह-
सहंति । (सू. १२)
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