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[ प्रतानः ३-
पूज्य अपूप
वप्र विप्र क्षिप्र क्षुर
प्रवासित प्राजन प्रा
प्रजा प्रकार प्रपा प्रमदा प्रकृति प्रमुख प्रभूत प्रांशु प्रपञ्च प्रकोष्ठ प्रच्छद प्राज्ञ प्रवीण
प्राकृत प्रा
प्रबोधिक प्रधि प्रस्थान प्रधन प्रास प्रवह प्रकट प्रचार प्रतिलोम प्रसभ प्रतारण ।
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शिव भव देव दाव हाव जीव स्तव ग्राव पीत्र आजीव क्षी
रव लव नब
रव लव नव पूर्व दानव वाडव केशव वासव विभव ताण्डव पणव शराव मानव पार्थिव
ब
वल्लव नरदेव पौरोगव कुशीलव बान्धव राजीव गौरव श्रव । अग्रे
अवधि वपु वसु अवनि वल्ली बलि बल वधू अम्बर अम्बक वस्त्र वपा वसा वर आवली
अवज्ञा वनौकः अवयव वर्द्धनी वसुधा वकोट बदरी बकुल वत्सर वषट् वडवा
अवस्कन्ध अवरोध वदन वलय अवकीर्ण अवलेप अवलक्ष अवसर वर्तुल वनराजि
वर्धमान वसमती वनीपक आवरण ।
रेवा ग्रीवा जीवा दिवा वडवा । अग्रे
वाजि वाह बाल बाहु वास वारि वार वाम वातरोगी बा
बालक आवास वानर बालिश वाहिनी वासिता वागुरा वारण वानीर वाडव आवाल ।
अवि कवि रवि पवि मेधावि मायावि । अग्रे--विप्र विश्व बि
विधि अवि बिन्दु बिस वितर्क विटङ्क विदेह विगान विबुध विशाख विकल्प विशाय
वियोग विश्वास विपरीत विसर विपक्ष विग्रह विकल विदग्ध विरोधि विवाह विभीत
विवर विश्
विवर विभ्रम अविरत विशाल विनोद विक्रम विरह विहार विकट विदुर विचिकित्सा
विवरण विरोचन विनायक विचक्षण वितरण विकर्तन विशारद ।
नीवी पदवी अटवी देवी । अग्रे
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अम्बु कम्बु अलाबू जम्बु । अग्रे--
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द्रव्य भव्य गव्य हव्य तीव्र क्रव्य स
व्रज व्याल व्याधि व्रती व्याघ्र व्योम व्याहर व्याकुल व्रतति व्यजन व्यञ्जन वाञ्छा
आवेश वेग वेदी वेश वेष्टित विकक्ष वेत्रासन वैश्रवण वैतालिक वैकटिक वैरोचन ।
दम्भ निभ आरम्भ शुभ डिम्भ आलम्भ वल्लभ लोलभ करभ करम्भ वृषभ
कु
कलभ शलभ उपालम्भ नभः । अग्रे--भव भर भस्म भय भद्र भव्य इभ उभय भरत
भक्षण भवन आभरण भासित भविक भयानक भोजन भोगि अम्भ भैरव भङ्गि भेद ।
शोभा सभा रम्भा विभा प्रभा जम्भा प्रतिभा । अग्रे-
भार्या भामिनी भारती भारत भावुक ।
नाभि कुम्भि सुरभि । अग्रे
अभिजाति अभिभव अभिनय अभिप्राय अभिवादन ।
वलभी अतिभी । अग्रे