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शरणागतिगद्य
 
६.
 
७.
 
८.
 
१.
 
श्रीशब्दवाच्या लक्ष्मी की शरणागति
 
२. भगवच्छरणागति की प्राप्ति के लिये लक्ष्मी की प्रार्थना
CAR
३-४ लक्ष्मी का आशीर्वाद
 
५.
 
६.
 
१०.
 
(घ )
गद्यत्रय की विषयसूची
 
गद्यत्रय के वाक्यों में विषय
 
११.
 
१२.
 
क्रम इस प्रकार है-
भगवान् की शरणागति । (छत्तीस सम्बोधनों के द्वारा
भगवान् के स्वरूप रूप, गुरग वैभव आदि का वर्णन है)
 
द्वयमन्त्र का स्मरण
 
पाञ्चरात्र आगम के दो श्लोक । भगवच्छरणागति से
भिन्न समस्त साधनों का त्याग
 
पाञ्चरात्र आगम का एक श्लोक । भगवान् का ही
उपाय और उपेय के रूप में ग्रहण ।
 
गीता का एक श्लोक । भगवान् का सर्वविध बन्धुत्व ।
गीता का एक श्लोक । भगवान् की प्रसन्नता के लिये
 
शरणागति
 
पापों के लिये क्षमा याचना
 
काम्यकर्मों के लिये क्षमायाचना
 
१३.
 
माया से उद्धार करने की प्रार्थना
 
१४.
 
ज्ञानी भक्त का भाव प्रदान करने की प्रार्थना
परभक्ति प्रदान करने की प्रार्थना
 
१५.
 
१६. परभक्ति परज्ञान और परमभक्ति की याचना
१७. निरन्तर अनुभूति से युक्त नित्य कैंकर्य की याचना