देशीशब्दकोश /570
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  परिशिष्ट १
  
  
  
   
  
  
  
सप्पासंग – दीर्घ
   
  
  
  
सफर - मुसाफिरी
   
  
  
  
सबिस-मदिरा.
   
  
  
  
समाणिय-भुक्त
   
  
  
  
समारोडिय-रौंदा गया
   
  
  
  
समुत्तुण - गर्वित
समुप्पित्थ- भयभीत
   
  
  
  
समुप्पुसिअ-प्रोंछित, पोंछा हुआ
   
  
  
  
समुव्वग्ग – उद्वेलित
समोलइल – समुत्क्षिप्त
   
  
  
  
-
   
  
  
  
समचाइअ-बलवान्
   
  
  
  
समन्भिडिय- भिड़ा हुबा
   
  
  
  
सविला - पासा
   
  
  
  
समरट्ट - गर्व युक्त - सगर्व इत्यर्थे देशी सहर – सहायक
   
  
  
  
साइआ- सारिका
   
  
  
  
साउली - - १ वस्त्र । २ वस्त्राञ्चल
   
  
  
  
समराइअ - पिसा हुआ, आटा
समलहिय – अभिलिप्त
समसोसिआ - स्पर्धा
समहत्य - पैंतरा
   
  
  
  
साड - विध्वंसक
   
  
  
  
साडी - साड़ी
   
  
  
  
समाणण- भोजन, भक्षण
   
  
  
  
सम्हर-स्मरणीय
   
  
  
  
सय - हाथ
सरवद- स्वरोदय
   
  
  
  
सरसरट-छिपकली
   
  
  
  
सरिवअ - हंस
   
  
  
  
सरिस - १ साथ । २ तुल्यता,
   
  
  
  
समानता
   
  
  
  
सरी — माला, हार
सरोल्लइ–काम-पीडा
   
  
  
  
सरु जा-वाद्य-विशेष
   
  
  
  
सरेबाअ - हंस
   
  
  
  
-
   
  
  
  
सल -- चिता
   
  
  
  
सलवट्टि सलवट, सिकुड़ना
सलवल-- अनुकरणवाची शब्द
   
  
  
  
सवलहण — विलेपन
सवलिआ——भरोच
जैन मन्दिर
सवातिष्णि- सवा तीन,
   
  
  
  
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का एक प्राचीन
   
  
  
  
साणिअ - शान्त
   
  
  
  
सामिसाल - स्वामी
   
  
  
  
सारिनर - महावत
   
  
  
  
सारी - अच्छा
सारोवही - लज्जा
   
  
  
  
-
   
  
  
  
साल - वृक्ष
सालक्किआ - सारिका, मैना
   
  
  
  
५०१
   
  
  
  
साहग – कथक, कहने वाला
साहाणुसाहि- शक देश का सम्राट्
   
  
  
  
साहार -- १ साहुकार । २ सहारा,
   
  
  
  
उपकार । ३ साधारण । ४ आम्र
   
  
  
  
-
   
  
  
  
साहालय – दघिशाला
   
  
  
  
साहिण - कहने वाला
साहुल- मयूर पिच्छ
साहुलिआ - १ वस्त्र । २ शिरोवस्त्र-
खंड । ३ शाखा । ४ भौं ।
५ हाथ । ६ कोयल । ७ सदृश ।
८ सखी । ६ मयूर पिच्छ
   
  
  
  
सिअणअ - श्मशान
सिअल्लि – वृक्ष विशेष
सिंचाण- बाज पक्षी
सिंजिर - ध्वनि
   
  
  
  
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सप्पासंग – दीर्घ
सफर - मुसाफिरी
सबिस-मदिरा.
समाणिय-भुक्त
समारोडिय-रौंदा गया
समुत्तुण - गर्वित
समुप्पित्थ- भयभीत
समुप्पुसिअ-प्रोंछित, पोंछा हुआ
समुव्वग्ग – उद्वेलित
समोलइल – समुत्क्षिप्त
-
समचाइअ-बलवान्
समन्भिडिय- भिड़ा हुबा
सविला - पासा
समरट्ट - गर्व युक्त - सगर्व इत्यर्थे देशी सहर – सहायक
साइआ- सारिका
साउली - - १ वस्त्र । २ वस्त्राञ्चल
समराइअ - पिसा हुआ, आटा
समलहिय – अभिलिप्त
समसोसिआ - स्पर्धा
समहत्य - पैंतरा
साड - विध्वंसक
साडी - साड़ी
समाणण- भोजन, भक्षण
सम्हर-स्मरणीय
सय - हाथ
सरवद- स्वरोदय
सरसरट-छिपकली
सरिवअ - हंस
सरिस - १ साथ । २ तुल्यता,
समानता
सरी — माला, हार
सरोल्लइ–काम-पीडा
सरु जा-वाद्य-विशेष
सरेबाअ - हंस
-
सल -- चिता
सलवट्टि सलवट, सिकुड़ना
सलवल-- अनुकरणवाची शब्द
सवलहण — विलेपन
सवलिआ——भरोच
जैन मन्दिर
सवातिष्णि- सवा तीन,
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साणिअ - शान्त
सामिसाल - स्वामी
सारिनर - महावत
सारी - अच्छा
सारोवही - लज्जा
-
साल - वृक्ष
सालक्किआ - सारिका, मैना
५०१
साहग – कथक, कहने वाला
साहाणुसाहि- शक देश का सम्राट्
साहार -- १ साहुकार । २ सहारा,
उपकार । ३ साधारण । ४ आम्र
-
साहालय – दघिशाला
साहिण - कहने वाला
साहुल- मयूर पिच्छ
साहुलिआ - १ वस्त्र । २ शिरोवस्त्र-
खंड । ३ शाखा । ४ भौं ।
५ हाथ । ६ कोयल । ७ सदृश ।
८ सखी । ६ मयूर पिच्छ
सिअणअ - श्मशान
सिअल्लि – वृक्ष विशेष
सिंचाण- बाज पक्षी
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