देशीशब्दकोश /569
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५००
वोसिरण व्युत्सर्जन
वोहित्त – प्रवहण, नौका
व्युड
- विट, भडुआ
व्वे - संबोधन-सूचक अव्यय
सअली-शृगाली
सइकोडी – वज्र
सइत्त-मुदित
सइत्तय - १ स्वस्थ । २ मुदित
सइलासिय– मयूर
सइसिलिप्प – तरुण, युवा
संकेल्लिअ-संकुचित
संखुडण- सुरतक्रीडा
संखोडी - व्यतिकर
संगहण - जारिणी-युगल
संगोल्ल – समूह
संच - १ शरीर
बन्ध । २ समूह
संचडिय–आरूढ
संचाइय - १ समर्थ । २ आरूढ
संचल्ल–चुगलखोर
संजत्ति - तैयारी, निर्माण
संजत्तिअ -- तैयार किया हुआ
संजूत्ति- तैयारी
संजोइय– निरीक्षित, दृष्ट
संढी - ऊंटनी, सांढनी
संतिय - सम्बन्धी
संतो - मध्य-अंतो संतो च मध्यार्थे
संपुअ- भूताविष्ट
संफिट्ट - संयोग
संभडिय- भिडा हुआ
संभिन्न - आघात
संभेड – संघट्टन, आक्रमण
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संवती - नदी
संविड्डाणा – कुलीन
संसाअ - १ आरूढ । २ चूर्णित ।
३ पीत । ४ उद्विग्न
संसोइअ-
'-आरूढ
संसूडिय–संभग्न
संसोसिअ - १ चूर्णित । २ भीत ।
३ आरूढ । ४ उद्विग्न
सकप्प – १ आर्द्र । २ अल्प ।
३ धनुष्य । ४ प्रचुर
सखर - गीध
सचराह – एकाएक, शीघ्र
सचीसग– वाद्य-विशेष
सच्चवण- अवलोकन, दर्शन
सच्चवय - द्रष्टा
सच्चीसय–वाद्य-विशेष
सच्छिह-सदृश
सज्झंतिया - बहिन
देशी शब्दकोश M
सझडप्प - झटपट
-
सट्ट – १ सटा हुआ । २ विनिमय,
सट्टा
सट्टि – विनिमय
सडा- प्रलंब केश
सडिअग्गिअ - १ बढाया हुआ !
२ प्रेरित
सड्डी - विनिमय
सत्त — गत, गया हुआ
सद्धा - दोहद (साधर गुज )
सन्निअत्थ - परिहित, पहना हुआ
सन्नुमिय— आच्छादित
सप्पडोड्डिय - जहरीले वृक्ष का फल
सप्पत्तिआ–बालिका
सप्पा-कांची
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वोसिरण व्युत्सर्जन
वोहित्त – प्रवहण, नौका
व्युड
- विट, भडुआ
व्वे - संबोधन-सूचक अव्यय
सअली-शृगाली
सइकोडी – वज्र
सइत्त-मुदित
सइत्तय - १ स्वस्थ । २ मुदित
सइलासिय– मयूर
सइसिलिप्प – तरुण, युवा
संकेल्लिअ-संकुचित
संखुडण- सुरतक्रीडा
संखोडी - व्यतिकर
संगहण - जारिणी-युगल
संगोल्ल – समूह
संच - १ शरीर
बन्ध । २ समूह
संचडिय–आरूढ
संचाइय - १ समर्थ । २ आरूढ
संचल्ल–चुगलखोर
संजत्ति - तैयारी, निर्माण
संजत्तिअ -- तैयार किया हुआ
संजूत्ति- तैयारी
संजोइय– निरीक्षित, दृष्ट
संढी - ऊंटनी, सांढनी
संतिय - सम्बन्धी
संतो - मध्य-अंतो संतो च मध्यार्थे
संपुअ- भूताविष्ट
संफिट्ट - संयोग
संभडिय- भिडा हुआ
संभिन्न - आघात
संभेड – संघट्टन, आक्रमण
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संवती - नदी
संविड्डाणा – कुलीन
संसाअ - १ आरूढ । २ चूर्णित ।
३ पीत । ४ उद्विग्न
संसोइअ-
'-आरूढ
संसूडिय–संभग्न
संसोसिअ - १ चूर्णित । २ भीत ।
३ आरूढ । ४ उद्विग्न
सकप्प – १ आर्द्र । २ अल्प ।
३ धनुष्य । ४ प्रचुर
सखर - गीध
सचराह – एकाएक, शीघ्र
सचीसग– वाद्य-विशेष
सच्चवण- अवलोकन, दर्शन
सच्चवय - द्रष्टा
सच्चीसय–वाद्य-विशेष
सच्छिह-सदृश
सज्झंतिया - बहिन
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सझडप्प - झटपट
-
सट्ट – १ सटा हुआ । २ विनिमय,
सट्टा
सट्टि – विनिमय
सडा- प्रलंब केश
सडिअग्गिअ - १ बढाया हुआ !
२ प्रेरित
सड्डी - विनिमय
सत्त — गत, गया हुआ
सद्धा - दोहद (साधर गुज )
सन्निअत्थ - परिहित, पहना हुआ
सन्नुमिय— आच्छादित
सप्पडोड्डिय - जहरीले वृक्ष का फल
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