देशीशब्दकोश /563
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४६४
लहग - बासी अन्न में पैदा होने
वाला द्वीन्द्रिय कीट- विशेष
लहरी - १ तरंग । २ प्रवाह
लाग– चुंगी, लगान
लाड — वस्त्र विशेष
-
लाणि - १ मर्यादा । २ अन्त
लावणा - भोजन जो उपहाररूप में
घर-घर भेजा जाता है
लासअविम्हअ - मयूर
लाहिल्ल – लम्पट
लिंबोहली- निम्ब फल
लिज्जिअ - गृहीत
लिल – यज्ञ
लिल्लिर – १ हरा । २ हरे रंगवाला
-
लिल्लिरय – वस्त्र खण्ड
-
लिहअ – सुप्त
लोह - रेखा
लुवक - सुप्त
लुक्किअ - १ टूटा हुआ । २ छिपा
हुआ
लुच्छी – बाल, कुंतल
लुट्ट - लूटा गया
लुणालुणि — वह क्रीडा जिसमें
-
परस्पर पेंतरे बदले जाते हैं
लुलिअ – लेटा हुआ
लुल्लक्क – यमदूत
लुहण - शुद्धि, मार्जन
लूड — लूटनेवाला
लूडण – लूट, चोरी
लूरिअ— काटा हुआ, छिन्न
▬▬
लूह – रुक्ष
लेवि - पक्षी
लेसुरुडयतरु– लसोड़ा, गूंदा
Jain Education International
लेहाल - लम्पट
लोअग-गुण-रहित अन्न, खराब
अनाज
लोट्ट – १ अति आसक्त । २ स्मृत
लोट्ठ – स्मृत
लोडाविअ – घुमाया हुआ
लोण
लोर - १ नेत्र । २ आंसू
लोहल – शब्द -
-
- घृत
देशी शब्दकोश
-
द-विशेष, अव्यक्त शब्द
ल्हसण - खिसकना, स्रंसन
ल्हसिअ - १ हर्षित । २ स्रस्त,
खिसका हुआ
लिहक्कविअ - छिपाया हुआ
व
वअणीअ - १ उन्मत्त । २ दुःशील
वअल - १ कलकल । २ वट वृक्ष
वइ --१ बदि, कृष्ण पक्ष । २ मर्यादा
वइरिक्क - विजन, एकान्त
वइसणय-आसन-विशेष
वडवलअ-विषरहित सर्प
वंजर – मार्जार
वंडइअ - पीडित
वंदणिया— शौचगृह
वक्क – पिष्ट, पिसान
वक्खल -आच्छादित
वक्खलिअ – पुरस्कृत
-
वग्धसिअ - युद्ध
वच्छीत - नापित
For Private & Personal Use Only
-
वच्छीपुत्त
- नाई
वच्छुद्धलिय– प्रत्युद्धत
वच्छोमी – काव्य की एक रीति
वज्जघट्टिता - मंदभाग्य स्त्री
वज्जिर - बजने वाला
www.jainelibrary.org
लहग - बासी अन्न में पैदा होने
वाला द्वीन्द्रिय कीट- विशेष
लहरी - १ तरंग । २ प्रवाह
लाग– चुंगी, लगान
लाड — वस्त्र विशेष
-
लाणि - १ मर्यादा । २ अन्त
लावणा - भोजन जो उपहाररूप में
घर-घर भेजा जाता है
लासअविम्हअ - मयूर
लाहिल्ल – लम्पट
लिंबोहली- निम्ब फल
लिज्जिअ - गृहीत
लिल – यज्ञ
लिल्लिर – १ हरा । २ हरे रंगवाला
-
लिल्लिरय – वस्त्र खण्ड
-
लिहअ – सुप्त
लोह - रेखा
लुवक - सुप्त
लुक्किअ - १ टूटा हुआ । २ छिपा
हुआ
लुच्छी – बाल, कुंतल
लुट्ट - लूटा गया
लुणालुणि — वह क्रीडा जिसमें
-
परस्पर पेंतरे बदले जाते हैं
लुलिअ – लेटा हुआ
लुल्लक्क – यमदूत
लुहण - शुद्धि, मार्जन
लूड — लूटनेवाला
लूडण – लूट, चोरी
लूरिअ— काटा हुआ, छिन्न
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लूह – रुक्ष
लेवि - पक्षी
लेसुरुडयतरु– लसोड़ा, गूंदा
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लेहाल - लम्पट
लोअग-गुण-रहित अन्न, खराब
अनाज
लोट्ट – १ अति आसक्त । २ स्मृत
लोट्ठ – स्मृत
लोडाविअ – घुमाया हुआ
लोण
लोर - १ नेत्र । २ आंसू
लोहल – शब्द -
-
- घृत
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द-विशेष, अव्यक्त शब्द
ल्हसण - खिसकना, स्रंसन
ल्हसिअ - १ हर्षित । २ स्रस्त,
खिसका हुआ
लिहक्कविअ - छिपाया हुआ
व
वअणीअ - १ उन्मत्त । २ दुःशील
वअल - १ कलकल । २ वट वृक्ष
वइ --१ बदि, कृष्ण पक्ष । २ मर्यादा
वइरिक्क - विजन, एकान्त
वइसणय-आसन-विशेष
वडवलअ-विषरहित सर्प
वंजर – मार्जार
वंडइअ - पीडित
वंदणिया— शौचगृह
वक्क – पिष्ट, पिसान
वक्खल -आच्छादित
वक्खलिअ – पुरस्कृत
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वग्धसिअ - युद्ध
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वच्छीपुत्त
- नाई
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