देशीशब्दकोश /562
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  परिशिष्ट १
  
  
  
   
  
  
  
-
   
  
  
  
रुज्झिअ - रोका हुआ
रुट्टिया - रोटी
   
  
  
  
रुणरुण-करुण क्रन्दन
   
  
  
  
रुणुरुणिय – करुण क्रन्दन करने
   
  
  
  
वाला
   
  
  
  
रुमिल्ल – अभिलषित
   
  
  
  
रुअरूड्आ - उत्कण्ठा
   
  
  
  
-
   
  
  
  
रूई – अर्कद्रुम, रूई
रूविय – अर्कवृक्ष
रेक्किअ- आक्षिप्त
रेल्ल - चालन
रेल्ल विय-प्लावित
   
  
  
  
-
   
  
  
  
रेल्लि - प्रवाह
रेल्लिय स्रोत, प्रवाह
   
  
  
  
रेवंगि – अस्त्र - विशेष
रेहा – शोभा
रोक्क – रोकड, जमा
रोक्कअ-प्रेक्षित
   
  
  
  
रोझ — रोभ, नील गाय
   
  
  
  
रोप्पल – गवाक्ष, झरोखा
रोयर– रुचिकर
   
  
  
  
शेरव – दारिद्र्य
   
  
  
  
-
   
  
  
  
रोरसणिय – गांव के दरिद्र लोग
   
  
  
  
रोल – दरिद्र
   
  
  
  
रोव-पौधा
   
  
  
  
रोह – इच्छा, मति
   
  
  
  
रोहिआ – व्रणित व्यक्ति की शिविका
   
  
  
  
ल
   
  
  
  
लअण
   
  
  
  
१ तनु । २ कोमल
   
  
  
  
लइ - १ अच्छा, ठीक । २ शीघ्र ।
३ आज्ञा । ४ अतिशयवाचक
अव्यय । ५ वाक्यालंकार में
   
  
  
  
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प्रयुक्त अव्यय
   
  
  
  
लइणा - लता
   
  
  
  
लंगिम – १ जवानी । २ ताजापन,
   
  
  
  
नवीनता
   
  
  
  
लंजि - प्रदेश
   
  
  
  
लंजिया – १ दासी - दासी शब्दार्थ
देशी । २ लंगड़
   
  
  
  
लंडुअ-- उत्क्षिप्त
   
  
  
  
-
   
  
  
  
लंबुसय - एक प्रकार का आभरण
लक्कड - काष्ठ
   
  
  
  
लक्खणा - सारसी, मादा सारस
लक्खिअ - विघटित
   
  
  
  
लग – निकट
   
  
  
  
लगड — गधों पर रखा जाने वाला
   
  
  
  
उपकरण-1
- विशेष
   
  
  
  
लगुण – लगन, इच्छा
लट्ठरी - सुंदर
लडहा – विलासवती स्त्री
लड्डिय - लाड, प्यार
लद्दण - भार-क्षेप, लादना
लद्दी - हाथी आदि की विष्ठा
लम्मिक्क – चोर
   
  
  
  
लयअ-लिया
   
  
  
  
ललललिय – चञ्चल - चंचल इत्यर्थे
देशी
   
  
  
  
ललाविय--प्रसारित
   
  
  
  
लल्ल - अस्पष्ट भाषी-अस्पष्टभाषी
इत्यर्थे देशी
   
  
  
  
-
   
  
  
  
लल्लक - रौद्र - रौद्र इत्यर्थे देशी
लवअ-सुप्त
लवव--सुप्त
लसअ - तरु क्षीर
   
  
  
  
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-
रुज्झिअ - रोका हुआ
रुट्टिया - रोटी
रुणरुण-करुण क्रन्दन
रुणुरुणिय – करुण क्रन्दन करने
वाला
रुमिल्ल – अभिलषित
रुअरूड्आ - उत्कण्ठा
-
रूई – अर्कद्रुम, रूई
रूविय – अर्कवृक्ष
रेक्किअ- आक्षिप्त
रेल्ल - चालन
रेल्ल विय-प्लावित
-
रेल्लि - प्रवाह
रेल्लिय स्रोत, प्रवाह
रेवंगि – अस्त्र - विशेष
रेहा – शोभा
रोक्क – रोकड, जमा
रोक्कअ-प्रेक्षित
रोझ — रोभ, नील गाय
रोप्पल – गवाक्ष, झरोखा
रोयर– रुचिकर
शेरव – दारिद्र्य
-
रोरसणिय – गांव के दरिद्र लोग
रोल – दरिद्र
रोव-पौधा
रोह – इच्छा, मति
रोहिआ – व्रणित व्यक्ति की शिविका
ल
लअण
१ तनु । २ कोमल
लइ - १ अच्छा, ठीक । २ शीघ्र ।
३ आज्ञा । ४ अतिशयवाचक
अव्यय । ५ वाक्यालंकार में
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प्रयुक्त अव्यय
लइणा - लता
लंगिम – १ जवानी । २ ताजापन,
नवीनता
लंजि - प्रदेश
लंजिया – १ दासी - दासी शब्दार्थ
देशी । २ लंगड़
लंडुअ-- उत्क्षिप्त
-
लंबुसय - एक प्रकार का आभरण
लक्कड - काष्ठ
लक्खणा - सारसी, मादा सारस
लक्खिअ - विघटित
लग – निकट
लगड — गधों पर रखा जाने वाला
उपकरण-1
- विशेष
लगुण – लगन, इच्छा
लट्ठरी - सुंदर
लडहा – विलासवती स्त्री
लड्डिय - लाड, प्यार
लद्दण - भार-क्षेप, लादना
लद्दी - हाथी आदि की विष्ठा
लम्मिक्क – चोर
लयअ-लिया
ललललिय – चञ्चल - चंचल इत्यर्थे
देशी
ललाविय--प्रसारित
लल्ल - अस्पष्ट भाषी-अस्पष्टभाषी
इत्यर्थे देशी
-
लल्लक - रौद्र - रौद्र इत्यर्थे देशी
लवअ-सुप्त
लवव--सुप्त
लसअ - तरु क्षीर
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