देशीशब्दकोश /561
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४६२
रउताणिया - रोग विशेष, खुजली
रंकुय-क्षुद्रप्राणी ।
रंखोलिय–कम्पित
रंडत्तण-रंडापा
रंडिय- विधवा बनी हुई
रंति – काम-क्रीडा
-
रंपण - तनूकरण, पतला करना
रंफण - पतला करना, तनूकरण
रंभडिआ- गोधा, छिपकली
रक्खणिया – रखी हुई स्त्री, रखेलिन
रक्खवाल -रखवाला, रक्षक
रगिल्ल - अभिलषित
-
रच्चण १ अनुराग । २ अनुराग
करने वाला
रच्चिर - राचने वाला
रज्जु -- लेखक, लिखने का काम
करने वाला
रज्जुसभा-शुल्कगृह
रडि — आक्रन्दन
-
रड - खिसक कर गिरा हुआ
रणझणंत - घंटों की झंकार
रमण - नितम्ब
रलिया-अभिलाषा
-
रल्लि – लम्बा मधुर शब्द
रवण्ण - रमणीय - रमणीय इत्यर्थे
देशी
रव्वरिअ – दूत
रसमस -- मिसमिसाना
रसोई – रसोई
रसोयणी - रसोई बनाने वाली
रहण - १ स्थिति । २ त्याग ।
Jain Education International
३ विरति, विराम
रहमान - १ यवन मत का एक
तत्त्ववेत्ता । २ खुदा, अल्ला
रहल्लि - तरङ्ग
रहसोयर– उत्तेजक
-
रहाविअ
– स्थापित
रहिय – १ आच्छादित । २ रहा
हुआ
राअल्ल – तृण धान्य, प्रियंगु
राढाल–अतिविभूषाप्रिय
—(
राण - दान
रायंबुय- -शरभ
रारडंत - चिल्लाहट
देशी शब्दकोष
रावण- रंजक, रंगनेवाला
रावणहत्थ – वाद्य-विशेष
राहा--शोभा
रिअ - लून, काटा हुआ
रिंगिर – भ्रमणशील
रिंगिसिया-वाद्य-विशेष
रिंछ - तोता
रिछोली-
रिह - रेखा
रोडण–अलंकरण
रोण - १ दीन । २ क्लिष्ट ।
३ श्रांत - श्रान्त इत्यर्थे देशी
-परम्परा
रीरिअ - शोभित
रुजिय - शब्द, गर्जना
रुटण - आवाज
रुटिर - भौंरे का गुनगुनाना
रुदिम - लम्बाई, विस्तार
रुंदी – विस्तीर्णता, लम्बाई
रुप – १ त्वचा । २ उल्लिखन
रुक्ख - वृक्ष ( रूंख - राज )
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रउताणिया - रोग विशेष, खुजली
रंकुय-क्षुद्रप्राणी ।
रंखोलिय–कम्पित
रंडत्तण-रंडापा
रंडिय- विधवा बनी हुई
रंति – काम-क्रीडा
-
रंपण - तनूकरण, पतला करना
रंफण - पतला करना, तनूकरण
रंभडिआ- गोधा, छिपकली
रक्खणिया – रखी हुई स्त्री, रखेलिन
रक्खवाल -रखवाला, रक्षक
रगिल्ल - अभिलषित
-
रच्चण १ अनुराग । २ अनुराग
करने वाला
रच्चिर - राचने वाला
रज्जु -- लेखक, लिखने का काम
करने वाला
रज्जुसभा-शुल्कगृह
रडि — आक्रन्दन
-
रड - खिसक कर गिरा हुआ
रणझणंत - घंटों की झंकार
रमण - नितम्ब
रलिया-अभिलाषा
-
रल्लि – लम्बा मधुर शब्द
रवण्ण - रमणीय - रमणीय इत्यर्थे
देशी
रव्वरिअ – दूत
रसमस -- मिसमिसाना
रसोई – रसोई
रसोयणी - रसोई बनाने वाली
रहण - १ स्थिति । २ त्याग ।
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३ विरति, विराम
रहमान - १ यवन मत का एक
तत्त्ववेत्ता । २ खुदा, अल्ला
रहल्लि - तरङ्ग
रहसोयर– उत्तेजक
-
रहाविअ
– स्थापित
रहिय – १ आच्छादित । २ रहा
हुआ
राअल्ल – तृण धान्य, प्रियंगु
राढाल–अतिविभूषाप्रिय
—(
राण - दान
रायंबुय- -शरभ
रारडंत - चिल्लाहट
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रावण- रंजक, रंगनेवाला
रावणहत्थ – वाद्य-विशेष
राहा--शोभा
रिअ - लून, काटा हुआ
रिंगिर – भ्रमणशील
रिंगिसिया-वाद्य-विशेष
रिंछ - तोता
रिछोली-
रिह - रेखा
रोडण–अलंकरण
रोण - १ दीन । २ क्लिष्ट ।
३ श्रांत - श्रान्त इत्यर्थे देशी
-परम्परा
रीरिअ - शोभित
रुजिय - शब्द, गर्जना
रुटण - आवाज
रुटिर - भौंरे का गुनगुनाना
रुदिम - लम्बाई, विस्तार
रुंदी – विस्तीर्णता, लम्बाई
रुप – १ त्वचा । २ उल्लिखन
रुक्ख - वृक्ष ( रूंख - राज )
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