देशीशब्दकोश /558
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परिशिष्ट १.
भेखस-राक्षस
भेज्जल्ल – भीरु, डरपोक
मेड चित्त - भीरुचित्त, कायर
-
मेल – अतिवृद्ध
भोट्टण-
भूतक
भोल – १ भद्र, सरल चित्तवाला ।
-
२ मूढ
भोलवणा - वञ्चना, प्रतारण
भोलविय-वञ्चित, ठमा हुआ
महअ - विस्तीर्ण
मइयवट्ट - विनाशक, मर्दक
मइलण मलिनीकरण
मइलपुती- पुष्पवती, रजस्वला
मइल्ल ~ मलिन
-
महब्वण - क्षेत्रपाल
मंकण बंदर
मंकुस – नेवला
मंगि – स्त्री
मंजर - मार्जार
मंजीरय - पैर का आभूषण- विशेष
मंट - १ मूक । २ आलसी ।
-
३ बौना
मंटिय-बौना
मंठ - १ ऊंचा नीचा । २ मंद ।
३ मृष्ट
मंठुवयंठ - समीपस्थ प्रदेश
मंड - बलात्कार
मंडय - चपाती, मांडा
मंडल काक
मंडिअ - १ रचित, बनाया हुआ ।
२ बिछाया हुआ । ३ आगे धरा
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हुआ । ४ आरब्ध
मंतक्खर-
'-लज्जा.
मंदीरय – मंथानक
मंभोस-
- अभय देना
मक्खण – नवनीत
मडक्क – १ गर्व । २ मटका
मडक्किया-छोटा मटका
मडप्पर - गर्व, अभिमान
मडहिब-अल्पीकृत, न्यून किया
हुआ
मडहुल्ल – लघु
महु - अलस
मडुल्ल - गर्वित
मढिगा- कुटीर
मदोली- दूती
मद्द - बलात्कार
मद्दणसलामा - सारिका, मैना
मन - निषेधार्थक अव्यय, मत, नहीं
मन्नुसिय – उद्विग्न
-
मप्प - माप, बाट
-
मप्पा - आज्ञा
४५६
मभक्खर - सुरा
मम्भोसिय– डरो मत- ऐसा अभय
वचन
मम्मक्क १ गर्व । २ उत्कंठा
मम्मण - अव्यक्त वचन
मम्मोस - अभय वचन
मयण
-१ मैना, सारिका । २ मोम
सिक्थ
मयहरिगा - वेश्यामाता
मयासि – देव
मरजीब – मोती के लिए समुद्र में
कोता लगाने वाला
-
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भेखस-राक्षस
भेज्जल्ल – भीरु, डरपोक
मेड चित्त - भीरुचित्त, कायर
-
मेल – अतिवृद्ध
भोट्टण-
भूतक
भोल – १ भद्र, सरल चित्तवाला ।
-
२ मूढ
भोलवणा - वञ्चना, प्रतारण
भोलविय-वञ्चित, ठमा हुआ
महअ - विस्तीर्ण
मइयवट्ट - विनाशक, मर्दक
मइलण मलिनीकरण
मइलपुती- पुष्पवती, रजस्वला
मइल्ल ~ मलिन
-
महब्वण - क्षेत्रपाल
मंकण बंदर
मंकुस – नेवला
मंगि – स्त्री
मंजर - मार्जार
मंजीरय - पैर का आभूषण- विशेष
मंट - १ मूक । २ आलसी ।
-
३ बौना
मंटिय-बौना
मंठ - १ ऊंचा नीचा । २ मंद ।
३ मृष्ट
मंठुवयंठ - समीपस्थ प्रदेश
मंड - बलात्कार
मंडय - चपाती, मांडा
मंडल काक
मंडिअ - १ रचित, बनाया हुआ ।
२ बिछाया हुआ । ३ आगे धरा
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हुआ । ४ आरब्ध
मंतक्खर-
'-लज्जा.
मंदीरय – मंथानक
मंभोस-
- अभय देना
मक्खण – नवनीत
मडक्क – १ गर्व । २ मटका
मडक्किया-छोटा मटका
मडप्पर - गर्व, अभिमान
मडहिब-अल्पीकृत, न्यून किया
हुआ
मडहुल्ल – लघु
महु - अलस
मडुल्ल - गर्वित
मढिगा- कुटीर
मदोली- दूती
मद्द - बलात्कार
मद्दणसलामा - सारिका, मैना
मन - निषेधार्थक अव्यय, मत, नहीं
मन्नुसिय – उद्विग्न
-
मप्प - माप, बाट
-
मप्पा - आज्ञा
४५६
मभक्खर - सुरा
मम्भोसिय– डरो मत- ऐसा अभय
वचन
मम्मक्क १ गर्व । २ उत्कंठा
मम्मण - अव्यक्त वचन
मम्मोस - अभय वचन
मयण
-१ मैना, सारिका । २ मोम
सिक्थ
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मयासि – देव
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