देशीशब्दकोश /556
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  परिशिष्ट १
  
  
  
   
  
  
  
बहुरा - सियारिन
   
  
  
  
बहुराण - असिधारा
   
  
  
  
-
   
  
  
  
बहुली – माया, कपट
बहुल्लिआ – बड़े भाई की स्त्री
बहुल्ली – क्रीडोचित शालभञ्जिका,
   
  
  
  
खेलने की पुतली
   
  
  
  
बाअ -- बाल, शिशु
बाइगा-माता
   
  
  
  
बाइया - मां, माता
बाउल्लय - १ भित्तिचित्र ।
२ खिलौना । ३ गुड़िया
   
  
  
  
बाउल्लया-पञ्चालिका, पुतली
बापीकी - पैतृकी
   
  
  
  
बारह - द्वादश, बारह
बालालुंबी- तिरस्कार
बाल्ल- बोल
   
  
  
  
बाहिरि-बाहर
बाहुडिय–लज्जित, भयभीत
   
  
  
  
-
   
  
  
  
बोयत्तिय - १ बीज बोने वाला ।
२ पिता
   
  
  
  
बुंध - मूल
बुंबा-चिल्लाहट, पुकार
बुवकार - बूत्कार, पुकार
   
  
  
  
बुक्कावण – मुष्टि प्रक्षेप
बुडिर--- महिष, भैंसा
बुड्ढ-बुढा
   
  
  
  
बुर – बुरादा, काठ का चूरा
बुल–बोड, धार्मिक
बुलबुल - बुलबुला
बुलुबुल - बुद्बुद
बुल्लाविय–कथित
   
  
  
  
-
   
  
  
  
-बूढा
   
  
  
  
बढउ
   
  
  
  
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बूल – मूक, वागशक्ति से शून्य
बूहक्क – चिल्लाहट
बे - दो
   
  
  
  
-
   
  
  
  
बेट्टिका—बेटी, राजकन्या
बेडय - नौका, जहाज
   
  
  
  
बेडिया नौका, जहाज
बेडी --- नौका, जहाज
बेण्णि-दो
   
  
  
  
बेल्ल-बैल
   
  
  
  
बेल्लग - बलीवर्द, बैल
   
  
  
  
बोगुवारिय-विभूषित
बोज्झ – भार
बोट्ट - जूठा करना, उच्छिष्ट
बोलण- डूबना
बोलिंदी - लिपि- विशेष, ब्राह्मी-
लिपि का एक प्रकार
   
  
  
  
बोलिय - व्याप्त
   
  
  
  
Co
   
  
  
  
बोलोण -- व्यतिक्रान्त
   
  
  
  
बोल्ल - कोलाहल
   
  
  
  
ww
   
  
  
  
बोल्लाविअ - १ बुलाया हुआ ।
   
  
  
  
२ भाषित, उक्त
बोल्लिअ – कथित
   
  
  
  
-
   
  
  
  
बोहित्थिय - नौका-स्थित
   
  
  
  
भइल – भया, जात ( ? )
भंगोठण– व्रणित,
   
  
  
  
व्रणयुक्त
   
  
  
  
भंभेरी-वाद्य विशेष
   
  
  
  
भंवरि - विवाह में फेरे देना
   
  
  
  
भंहलअ – मूर्ख
   
  
  
  
भगुंडिय- उद्धूलित
भग्गलअ - अप्रिय
   
  
  
  
भच्च -- भागिनेय, भानजा
   
  
  
  
४८७
   
  
  
  
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बहुरा - सियारिन
बहुराण - असिधारा
-
बहुली – माया, कपट
बहुल्लिआ – बड़े भाई की स्त्री
बहुल्ली – क्रीडोचित शालभञ्जिका,
खेलने की पुतली
बाअ -- बाल, शिशु
बाइगा-माता
बाइया - मां, माता
बाउल्लय - १ भित्तिचित्र ।
२ खिलौना । ३ गुड़िया
बाउल्लया-पञ्चालिका, पुतली
बापीकी - पैतृकी
बारह - द्वादश, बारह
बालालुंबी- तिरस्कार
बाल्ल- बोल
बाहिरि-बाहर
बाहुडिय–लज्जित, भयभीत
-
बोयत्तिय - १ बीज बोने वाला ।
२ पिता
बुंध - मूल
बुंबा-चिल्लाहट, पुकार
बुवकार - बूत्कार, पुकार
बुक्कावण – मुष्टि प्रक्षेप
बुडिर--- महिष, भैंसा
बुड्ढ-बुढा
बुर – बुरादा, काठ का चूरा
बुल–बोड, धार्मिक
बुलबुल - बुलबुला
बुलुबुल - बुद्बुद
बुल्लाविय–कथित
-
-बूढा
बढउ
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बूल – मूक, वागशक्ति से शून्य
बूहक्क – चिल्लाहट
बे - दो
-
बेट्टिका—बेटी, राजकन्या
बेडय - नौका, जहाज
बेडिया नौका, जहाज
बेडी --- नौका, जहाज
बेण्णि-दो
बेल्ल-बैल
बेल्लग - बलीवर्द, बैल
बोगुवारिय-विभूषित
बोज्झ – भार
बोट्ट - जूठा करना, उच्छिष्ट
बोलण- डूबना
बोलिंदी - लिपि- विशेष, ब्राह्मी-
लिपि का एक प्रकार
बोलिय - व्याप्त
Co
बोलोण -- व्यतिक्रान्त
बोल्ल - कोलाहल
ww
बोल्लाविअ - १ बुलाया हुआ ।
२ भाषित, उक्त
बोल्लिअ – कथित
-
बोहित्थिय - नौका-स्थित
भइल – भया, जात ( ? )
भंगोठण– व्रणित,
व्रणयुक्त
भंभेरी-वाद्य विशेष
भंवरि - विवाह में फेरे देना
भंहलअ – मूर्ख
भगुंडिय- उद्धूलित
भग्गलअ - अप्रिय
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