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परिशिष्ट १
 
बहुरा - सियारिन
 
बहुराण - असिधारा
 
-
 
बहुली – माया, कपट
बहुल्लिआ – बड़े भाई की स्त्री
बहुल्ली – क्रीडोचित शालभञ्जिका,
 
खेलने की पुतली
 
बाअ -- बाल, शिशु
बाइगा-माता
 
बाइया - मां, माता
बाउल्लय - १ भित्तिचित्र ।
२ खिलौना । ३ गुड़िया
 
बाउल्लया-पञ्चालिका, पुतली
बापीकी - पैतृकी
 
बारह - द्वादश, बारह
बालालुंबी- तिरस्कार
बाल्ल- बोल
 
बाहिरि-बाहर
बाहुडिय–लज्जित, भयभीत
 
-
 
बोयत्तिय - १ बीज बोने वाला ।
२ पिता
 
बुंध - मूल
बुंबा-चिल्लाहट, पुकार
बुवकार - बूत्कार, पुकार
 
बुक्कावण – मुष्टि प्रक्षेप
बुडिर--- महिष, भैंसा
बुड्ढ-बुढा
 
बुर – बुरादा, काठ का चूरा
बुल–बोड, धार्मिक
बुलबुल - बुलबुला
बुलुबुल - बुद्बुद
बुल्लाविय–कथित
 
-
 
-बूढा
 
बढउ
 
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बूल – मूक, वागशक्ति से शून्य
बूहक्क – चिल्लाहट
बे - दो
 
-
 
बेट्टिका—बेटी, राजकन्या
बेडय - नौका, जहाज
 
बेडिया नौका, जहाज
बेडी --- नौका, जहाज
बेण्णि-दो
 
बेल्ल-बैल
 
बेल्लग - बलीवर्द, बैल
 
बोगुवारिय-विभूषित
बोज्झ – भार
बोट्ट - जूठा करना, उच्छिष्ट
बोलण- डूबना
बोलिंदी - लिपि- विशेष, ब्राह्मी-
लिपि का एक प्रकार
 
बोलिय - व्याप्त
 
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बोलोण -- व्यतिक्रान्त
 
बोल्ल - कोलाहल
 
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बोल्लाविअ - १ बुलाया हुआ ।
 
२ भाषित, उक्त
बोल्लिअ – कथित
 
-
 
बोहित्थिय - नौका-स्थित
 
भइल – भया, जात ( ? )
भंगोठण– व्रणित,
 
व्रणयुक्त
 
भंभेरी-वाद्य विशेष
 
भंवरि - विवाह में फेरे देना
 
भंहलअ – मूर्ख
 
भगुंडिय- उद्धूलित
भग्गलअ - अप्रिय
 
भच्च -- भागिनेय, भानजा
 
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