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पायमूल -नतंक की जाति विशेष
 
पारक्कय – शत्रु
 
पारग्गह-युद्ध
 
पारत्ति- कुसुम-विशेष
पारद्धिय-व्याध, शिकारी
– व्याघ
इत्यर्थे देशी
 
पारमर - राक्षस
 
पाराउट्ठय--वृक्ष - विशेष
पालखी - शिविका, पालकी
 
पालिद्धय - बांस से वेष्टित पताका
पावय - वाद्य-विशेष
 
पासण्ण- १ घर का द्वार । २
 
तिरछा
 
पालित्तिअ – १ राजधानी । २ मूल पिहुण– पिच्छी
 
नीवी । ३ भण्डार । ४ भंगी,
 
प्रकार
 
पासुय- शुद्ध प्रासुक
पाहड - परिपूर्ण
पाहिआवडा-- ललना, स्त्री
पाहुण-~-अतिथि (पाहुण- मराठी,
राज )
 
पिउच्चा - सखी
 
पिउच्छा-सखी
 
पिउसिआ - पिता की बहिन
 
पिंजर - १ हंस । २ वृष
पिंजल- प्रमाण
पिंजुरुअ-भारंड पक्षी
 
पिंडरव - तैल आदि बेचने
 
व्यापारी
 
पिंडवास- सेवक
पिच्छल्ल – लज्जा
पिडय- आविग्न
 
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पिडिल्लिक – क्रूर
 
पिड्डइअ - प्रशान्त
पिप्पिया - दन्त मैल
पियलि-तिलक
 
-
 
पियल्लिया- प्रिया
 
पिल्लि -यान-विशेष
 
वाला
 
पिल्लुग–छींक
 
पिसक्क – पिशाच-पिशाच इत्यर्थे
देशी
 
देशी शब्दकोश
 
पीईय- वृक्ष-विशेष, गुल्म का एक
 
प्रकार
 
पीढी–काष्ठ- विशेष
 
पोलु – हस्ति- शावक
 
पुअइ - चांडाल
पुइअ— चांडाल
पु खणग– चुमाना, विवाह में होने
वाली एक रीति (पोंखणुं - गुज)
पुं॰गल श्रेष्ठ, उत्तम
 
पुंजय – कतवार (पुंजो-गुज)
पुंडरिआ - उत्कलिका
पुंडरीय - जल व्याघ्र
 
पुंभ - नीरस, दाडिम का छिलका
पुंसुल - विसंवाद
 
पुग्ग-वाद्य-विशेष
 
पुट्टल - गठरी, पोटली
पुट्टलय-गट्ठर, पोटली
 
पुत्तर — योनि
 
-
 
पुष्फस – फेफड़ा
पुष्फी - पिता की बहिन, फूफी
 
पुर – प्रचुर
पुरिअ - देस्य, दानव
 
-
 
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