देशीशब्दकोश /552
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  परिशिष्ट १
  
  
  
   
  
  
  
परिअम्मिअ - अलंकृत
   
  
  
  
परिअल - थाल
परिआल - परिवृत
परिआली–भोजन-पात्र
   
  
  
  
—
   
  
  
  
परिओस - विद्वेष
विशेष
परिक्खाइअअ - परिक्षीण
   
  
  
  
परिचड्डण - १ परिमर्दक ।
२ परिमर्दन
परिचड्डिय - १ आस्वादित ।
   
  
  
  
२ आरूढ
   
  
  
  
परिचुक्किय - परिभ्रष्ट- परिभ्रष्ट
इत्यर्थे देशी
   
  
  
  
परिच्चड – उत्क्षिप्त
परिछंडिय– परित्यक्त
   
  
  
  
परिणडिअ-वंचित
   
  
  
  
-
   
  
  
  
परिमोक्कल - स्वैर, स्वच्छन्द
परियंदणय - लोरी
परियल – थाली
   
  
  
  
परिसक्किर – चलित
   
  
  
  
परिहाइअ --- परिक्षीण
   
  
  
  
पलहिअअ - मूर्ख, पाषाण हृदय
पलिहइ–क्षेत्र, खेत
   
  
  
  
पल्लक - लम्पट
   
  
  
  
पल्लट्टिय-परिवर्तित
   
  
  
  
पल्लिअ – १ आक्रान्त । २ ग्रस्त ।
३ प्रेरित
   
  
  
  
पहिलत्त – पर्यस्त
   
  
  
  
पल्लीवण – चोरों की पल्ली
   
  
  
  
पल्हस्थ – पर्यस्त
   
  
  
  
पवट्ठ - दक्ष
   
  
  
  
पवत्तिया–संन्यासी का एक उपकरण
   
  
  
  
पविग्ध - विस्मृत
   
  
  
  
-
   
  
  
  
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पविसट्ट - विकसित
पववंचलक्क – अशक्त
   
  
  
  
-
   
  
  
  
-
   
  
  
  
पसव – नकुल – नकुल इत्यर्थे देशी
पसविय – नकुल – नकुल इत्यर्थे
   
  
  
  
-
   
  
  
  
देशी
   
  
  
  
पसाइमा – भील के सिर पर
पर्णपुटी
   
  
  
  
पसुल-
-जार
   
  
  
  
पहिल – पहला, प्रथम
पहिल्लय - प्रथम, पहला
   
  
  
  
पहुत्त – प्राप्त
   
  
  
  
पहुल्ल प्रभूत
पाइक्क – पदाति
   
  
  
  
पाउरण - कवच, वर्म
   
  
  
  
पाउल - १ प्रसन्न स्त्रियों का समूह ।
   
  
  
  
२ याचक
   
  
  
  
पाउहारी - भातपानी लाने वाली
पाडय -उपनगर
   
  
  
  
पाडहुअ—
साक्षी, प्रतिभू
पाडहुक–प्रतिभू, मनौतिया
पाडिग्गह-विश्राम
पाडिहेर - प्रातिहार्य
पाडी — भैंस की बछिया
   
  
  
  
पाडुअ— प्रिय, पंडा
पाडोस – पडोस
पाडोसिअ – पडोसी
   
  
  
  
पाढा - शोभा
   
  
  
  
—
   
  
  
  
पाणट्ठी – रथ्या
   
  
  
  
पाणाअ - दोनों हाथों का आघात
   
  
  
  
पादुग्ग-सभ्य
पामर - किसान
पाम्मि–पाणि, हाथ
   
  
  
  
-
   
  
  
  
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परिअम्मिअ - अलंकृत
परिअल - थाल
परिआल - परिवृत
परिआली–भोजन-पात्र
—
परिओस - विद्वेष
विशेष
परिक्खाइअअ - परिक्षीण
परिचड्डण - १ परिमर्दक ।
२ परिमर्दन
परिचड्डिय - १ आस्वादित ।
२ आरूढ
परिचुक्किय - परिभ्रष्ट- परिभ्रष्ट
इत्यर्थे देशी
परिच्चड – उत्क्षिप्त
परिछंडिय– परित्यक्त
परिणडिअ-वंचित
-
परिमोक्कल - स्वैर, स्वच्छन्द
परियंदणय - लोरी
परियल – थाली
परिसक्किर – चलित
परिहाइअ --- परिक्षीण
पलहिअअ - मूर्ख, पाषाण हृदय
पलिहइ–क्षेत्र, खेत
पल्लक - लम्पट
पल्लट्टिय-परिवर्तित
पल्लिअ – १ आक्रान्त । २ ग्रस्त ।
३ प्रेरित
पहिलत्त – पर्यस्त
पल्लीवण – चोरों की पल्ली
पल्हस्थ – पर्यस्त
पवट्ठ - दक्ष
पवत्तिया–संन्यासी का एक उपकरण
पविग्ध - विस्मृत
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पविसट्ट - विकसित
पववंचलक्क – अशक्त
-
-
पसव – नकुल – नकुल इत्यर्थे देशी
पसविय – नकुल – नकुल इत्यर्थे
-
देशी
पसाइमा – भील के सिर पर
पर्णपुटी
पसुल-
-जार
पहिल – पहला, प्रथम
पहिल्लय - प्रथम, पहला
पहुत्त – प्राप्त
पहुल्ल प्रभूत
पाइक्क – पदाति
पाउरण - कवच, वर्म
पाउल - १ प्रसन्न स्त्रियों का समूह ।
२ याचक
पाउहारी - भातपानी लाने वाली
पाडय -उपनगर
पाडहुअ—
साक्षी, प्रतिभू
पाडहुक–प्रतिभू, मनौतिया
पाडिग्गह-विश्राम
पाडिहेर - प्रातिहार्य
पाडी — भैंस की बछिया
पाडुअ— प्रिय, पंडा
पाडोस – पडोस
पाडोसिअ – पडोसी
पाढा - शोभा
—
पाणट्ठी – रथ्या
पाणाअ - दोनों हाथों का आघात
पादुग्ग-सभ्य
पामर - किसान
पाम्मि–पाणि, हाथ
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