देशीशब्दकोश /546
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परिशिष्ट १
तत्तिल - तत्पर
तत्तुरिअ— रञ्जित
तत्तोहुत्त – तदभिमुख, उसके सामने
तप्पणग – जैन मुनि का पात्र
विशेष,
—
तरपणी
आलिआ-सत्तुमिश्रित
तप्पणाड़
भोजन
तभत्ति-शीघ्र
तमणी - १ लता । २ व्यधिकरण
तमुय – १ जन्मान्ध, जात्यन्ध ।
२ अत्यन्त अज्ञानी
तम्मि – वस्त्र, कपड़ा
तम्मिर – खेद करनेवाला
तरंडय-नौका
तरट्ट - प्रगल्भ समर्थ, चतुर
तरट्टा - प्रगल्भा, प्रौढा नायिका
तरट्टिया–विदग्ध स्त्रीं
तरट्टी – चतुर स्त्री
तरिडी– अनुष्ण वायु, शीत पवन
तरिया – दूध आदि का सार, मलाई
तरु - शीघ्र
तलपत्त - योनि । २ वरांग, मस्तक
तलप्प-कर-प्रहार
तलप्पंत -
- उछल कर आते हुए
तलवट्ट – तलपत्र, आस्तरण- विशेष
तलवाहय–तलस्पर्शी गति से तैरना
तलहट्टियां--पर्वत का मूल, तलहटी
तलारक्ख -नगर रक्षक
तंलेर-
-नगर-रक्षक
तल्ल वग- सेवक
तल्लवेल्ल – व्याकुलता
तल्लुब्वेल्ल – अकुलाहट
तल्लू विल्लि – तड़फड़ना
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तल्लोविल्लि - तड़फड़ाहट,
अकुलाहट
तल्लोवेल्लि - १ निरंतर पार्श्व-
परिवर्तन करना । २ व्याकुलता,
तड़फड़ाहट
तवंग – ऊपर का भाग, गृहविभाग-
विशेष
तव्वन्निग - तृतीय वर्णिक, वानप्रस्थी
तसरी - एक प्रकार का रेशम
तहल्ली – अपसृति
तारुय – कर्णधार
तालफली-दासी
ताला - तब
-
तिउक्खर -- वाद्य - विशेष
तिउडय-१ लौंग । २ मालव देश
में प्रसिद्ध धान्य विशेष
तिंगआ - पुष्परज
तिगिंछा - मकरन्द, पराग
तिंगिच्छ – कमलरज, पराग-
'पद्मरज इत्यर्थे देशी'
-
तिदुइणी–वृक्ष विशेष
तिट्ठा - सेवा
तिडिक्क–स्फुलिङ्ग
तिडिविकय – छींटो से युक्त
तिडिपिडंत - तड़फड़ाते हुए
। तिड्डिक्क – स्फुलिंग
तित्त- आर्द्रा
-
तित्ति – अल्प, थोड़ा
तित्तिरिअ— निरन्तर
तित्तिल्ल
४७७
- द्वारपाल, प्रतीहार
तिमिरिस-वृक्ष विशेष
तिमिल - वाद्य-विशेष
तिम्मण-आचार, चटनी
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तत्तिल - तत्पर
तत्तुरिअ— रञ्जित
तत्तोहुत्त – तदभिमुख, उसके सामने
तप्पणग – जैन मुनि का पात्र
विशेष,
—
तरपणी
आलिआ-सत्तुमिश्रित
तप्पणाड़
भोजन
तभत्ति-शीघ्र
तमणी - १ लता । २ व्यधिकरण
तमुय – १ जन्मान्ध, जात्यन्ध ।
२ अत्यन्त अज्ञानी
तम्मि – वस्त्र, कपड़ा
तम्मिर – खेद करनेवाला
तरंडय-नौका
तरट्ट - प्रगल्भ समर्थ, चतुर
तरट्टा - प्रगल्भा, प्रौढा नायिका
तरट्टिया–विदग्ध स्त्रीं
तरट्टी – चतुर स्त्री
तरिडी– अनुष्ण वायु, शीत पवन
तरिया – दूध आदि का सार, मलाई
तरु - शीघ्र
तलपत्त - योनि । २ वरांग, मस्तक
तलप्प-कर-प्रहार
तलप्पंत -
- उछल कर आते हुए
तलवट्ट – तलपत्र, आस्तरण- विशेष
तलवाहय–तलस्पर्शी गति से तैरना
तलहट्टियां--पर्वत का मूल, तलहटी
तलारक्ख -नगर रक्षक
तंलेर-
-नगर-रक्षक
तल्ल वग- सेवक
तल्लवेल्ल – व्याकुलता
तल्लुब्वेल्ल – अकुलाहट
तल्लू विल्लि – तड़फड़ना
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तल्लोविल्लि - तड़फड़ाहट,
अकुलाहट
तल्लोवेल्लि - १ निरंतर पार्श्व-
परिवर्तन करना । २ व्याकुलता,
तड़फड़ाहट
तवंग – ऊपर का भाग, गृहविभाग-
विशेष
तव्वन्निग - तृतीय वर्णिक, वानप्रस्थी
तसरी - एक प्रकार का रेशम
तहल्ली – अपसृति
तारुय – कर्णधार
तालफली-दासी
ताला - तब
-
तिउक्खर -- वाद्य - विशेष
तिउडय-१ लौंग । २ मालव देश
में प्रसिद्ध धान्य विशेष
तिंगआ - पुष्परज
तिगिंछा - मकरन्द, पराग
तिंगिच्छ – कमलरज, पराग-
'पद्मरज इत्यर्थे देशी'
-
तिदुइणी–वृक्ष विशेष
तिट्ठा - सेवा
तिडिक्क–स्फुलिङ्ग
तिडिविकय – छींटो से युक्त
तिडिपिडंत - तड़फड़ाते हुए
। तिड्डिक्क – स्फुलिंग
तित्त- आर्द्रा
-
तित्ति – अल्प, थोड़ा
तित्तिरिअ— निरन्तर
तित्तिल्ल
४७७
- द्वारपाल, प्रतीहार
तिमिरिस-वृक्ष विशेष
तिमिल - वाद्य-विशेष
तिम्मण-आचार, चटनी
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