देशीशब्दकोश /538
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परिशिष्ट १
छुप्पलय - शेखर, शिरोमाल्य
छुरमट्टी - नाई
छुल्लुच्छुलय-अधीर, शीघ्र
छुहइद्धिआ - १ द्वेष्या । २ अस्पृश्या
छूहिअ - पार्श्व का परिवर्तन
छेअ – विदग्ध
-
छँछई – कुलटा
छेण – चोर
छेत्तसोवणी- खेत में जागने वाला
छेय - हानि
छेलग- अज, बकरा
छेलिआ - थोड़े फूलों की माला
छेव – प्रांत, अंत
छोक्करी - लड़की
छोट्टिय - छोटा, लघु
छोडण- छोड़ना
छोडय – १ छोटा । २ भूल
छोडाविय – छुड़ाया
छोडि-- छोटी
छोडिय— छोड़ा हुआ, मुक्त
छोत्ति – छूत, अस्पृश्य
छोप्प - स्पृश्य, स्पर्श-योग्य
-
छोयर – छोकरा लड़का
-
छोल्लिया – छोटी बालिका
Cat
छोहर – लड़का
छोहिय -- १ क्षुब्ध, व्याकुल ।
२ जुए में पराजित
जअल - छन्न, ढका हुआ
जंगल - मांस
जंपाण-यान- विशेष शिविका
जंपे क्खि रमग्गिर - जिसको देखे उसी
Jain Education International
की याचना करने वाला
जंभगंभण -- स्वतंत्र भाषण
जगड-- कलह, झगड़ा
जगडण - १ झगड़ा करने वाला
२ कदर्थना करने वाला
जगडणा - १ झगड़ा । २ कदर्थना,
पीड़ा
जगडावण-पीडक
जडिल- कुंकुम
जडु ~~ इव, तरह
४६६
जड्डा - जाड़ा, शीत
जणंगम - चांडाल
जण्णयत्ता-बरात, विवाह-यात्रा
जण्णयत्तिय - बराती, वर के साथ
जाने वाले लोग
जण्णु - इव
जत्ति - १ चिंता । २ सेवा
जद्दर - वस्त्र - विशेष, चद्दर
जन्नत्ता -बरात
जन्ना - बरात, जान
जन्नावास – जानिवास, दुलहे के
संबंधियों को दिया जाने वाला
निवास स्थान
जमण -- बालशिखा
जव– पुमान्, पुरुष
जवण - १ अश्व । २ चन्द्रमुखी
जवणि - जीमनवार का निमंत्रण
जवली - वेग
-
जववारय - जव का अंकुर
जहणूसुअ- अर्धोरुक, आधी साथल
तक पहनने का वस्त्र
जाउंड - मंत्र कार्य, जादूटोना
-
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छुप्पलय - शेखर, शिरोमाल्य
छुरमट्टी - नाई
छुल्लुच्छुलय-अधीर, शीघ्र
छुहइद्धिआ - १ द्वेष्या । २ अस्पृश्या
छूहिअ - पार्श्व का परिवर्तन
छेअ – विदग्ध
-
छँछई – कुलटा
छेण – चोर
छेत्तसोवणी- खेत में जागने वाला
छेय - हानि
छेलग- अज, बकरा
छेलिआ - थोड़े फूलों की माला
छेव – प्रांत, अंत
छोक्करी - लड़की
छोट्टिय - छोटा, लघु
छोडण- छोड़ना
छोडय – १ छोटा । २ भूल
छोडाविय – छुड़ाया
छोडि-- छोटी
छोडिय— छोड़ा हुआ, मुक्त
छोत्ति – छूत, अस्पृश्य
छोप्प - स्पृश्य, स्पर्श-योग्य
-
छोयर – छोकरा लड़का
-
छोल्लिया – छोटी बालिका
Cat
छोहर – लड़का
छोहिय -- १ क्षुब्ध, व्याकुल ।
२ जुए में पराजित
जअल - छन्न, ढका हुआ
जंगल - मांस
जंपाण-यान- विशेष शिविका
जंपे क्खि रमग्गिर - जिसको देखे उसी
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की याचना करने वाला
जंभगंभण -- स्वतंत्र भाषण
जगड-- कलह, झगड़ा
जगडण - १ झगड़ा करने वाला
२ कदर्थना करने वाला
जगडणा - १ झगड़ा । २ कदर्थना,
पीड़ा
जगडावण-पीडक
जडिल- कुंकुम
जडु ~~ इव, तरह
४६६
जड्डा - जाड़ा, शीत
जणंगम - चांडाल
जण्णयत्ता-बरात, विवाह-यात्रा
जण्णयत्तिय - बराती, वर के साथ
जाने वाले लोग
जण्णु - इव
जत्ति - १ चिंता । २ सेवा
जद्दर - वस्त्र - विशेष, चद्दर
जन्नत्ता -बरात
जन्ना - बरात, जान
जन्नावास – जानिवास, दुलहे के
संबंधियों को दिया जाने वाला
निवास स्थान
जमण -- बालशिखा
जव– पुमान्, पुरुष
जवण - १ अश्व । २ चन्द्रमुखी
जवणि - जीमनवार का निमंत्रण
जवली - वेग
-
जववारय - जव का अंकुर
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