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परिशिष्ट १
 
खिल्लहड – कन्द- विशेष
खिल्लहल – कन्द - विशेष
खिल्लुहड – कंद विशेष
खोसण – खींसना, क्रूरना
खुइय – १ विच्छिन्न । २ विध्यात,
 
शांत
 
खुंगाह-अश्व की एक उत्तम जाति
 
खुंट – १ स्तम्भ-स्तम्भ इत्यर्थे देशी ।
२ खूंटी
खुंटण — त्रोटन, खोंटना
खुंटमोडय – १ खूंटे को मोड़ने
 
खुडुक्खिय – शल्य की भांति चुभा
 
हुआ
खुड्डमड्डा-१ बहु, अत्यन्त ।
 
२ पुनः पुनः
खुत्त – क्षिप्त, प्रहृत
खुप्पण– निमज्जन
खुरप्प – खुरपा, क्षुरप्र ( मराठी-
खुरपे )
खुरहखुडी – प्रणय प्रकोप
खुरुप्प – शस्त्र विशेष
खुलुखी - मिथ्या घटित होना
 
-
 
वाला । २ इस नाम का एक
हाथी
खुज्जुल्लिय – कुब्ज
खुडिया-
- स्वल्प रति क्रीडा
खुडुक्किअ – १ शल्य की तरह चुभा
 
हुआ । २ रोष-मूक, गुस्से में मौन । खोड्डी – दासी
 
धारण करने वाला
 
खुल्लासय – खलासी, जहाज का
 
कर्मचारी विशेष
 
खेआलुअ - - १ हास । २ हास्य के
 
समय हंसना
खेड – आलिङ्गन
 
खेडय - अग्राहार, बलि
खेड्डिया – १ बारी, दफा ।
२ खिड़की
 
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खेर – १ एक म्लेच्छ- जाति । २ द्वेष
खेरि --द्वेष
 
खेल – जहाज का कर्मचारी विशेष
खेव-आलिङ्गन
 
खेह - धूलि
खोंटग-खूंटी
खोटय – खूंटा, खूंटी
खोंडग-खूंटी
 
खोज्ज
 
खोट्टिय – बनावटी लकड़ी
खोट्टिया- कुट्टिनी, दासी
 
- मार्ग-चिह्न
 
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खोर–१ कलुषित, तुच्छ ।
 
२ मार्मिक
 
खोल - लघु, तुच्छ
 
खोल्ल – गंभीर – गम्भीर इत्यर्थे
देशी । ( मराठी खोल)
खोसला – दन्तुल स्त्री, वह स्त्री
जिसके दांत बाहर निकले हुए
 
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हौं
खोहत्त- हाथों से आहत पानी
 

 
४६१
 
गउसाउल्ल-विरक्त
 
गंगली - मौन, चुप्पी
गंजुल्लिय – पुलकित
गंजोल - पीड़ित
 
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