देशीशब्दकोश /520
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परिशिष्ट १
-
उदूलिय – अवनत
उद्दअ - श्रान्त, थका हुआ
उद्दच्छिा-
निषिद्ध
उद्दाण - १ कुरर । २ सगर्व । ३
प्रतिध्वनि
उद्दारिअ -
'-उत्खात
उद्दालिअ - १ रणद्रुत । २ झपटना
उद्धअ— शान्त, ठंडा
उद्धच्छ - लिप्त
उद्धण- उद्धत, अविनीत
उद्धरिअ-१ पीडित । २ विनाशित
उद्धल — दोनों तरफ की अप्रवृत्ति
उद्धव - प्रमोद, उत्सव
उद्धारय -- उधार पर खरीदना
उद्बुधलिय - धुंधलाया हुआ
उद्धधुल - धुंधला
उद्धसिअ - रोमांचित
उद्घ लिअ - अवनत
उप्पंग – समूह, राशि
उप्पक्किआ - धोबिन
उप्पड्डिअ-नष्ट
उप्पत्त - १ गलित । २ विरक्त
-
उप्प६ – घर, गृह
उप्परवट्ट - श्रेष्ठ
उप्पा-मणि आदि रत्नों पर 'ओप'
चढाना
उप्पालअ- रणरणक, कामदेव
उप्पिअ - १ अपहृत । २ रुष्ट ।
वियुक्त
उप्पिंग रिअ - हस्तोत्क्षेप
उप्पिणिर - शून्य
उप्पुलपोलिअ -- कुतूहलपूर्वक त्वरा
उप्पेत्थ - उन्मत्त
Jain Education International
उप्पेलिअ – उन्नमित
उप्फाल–पटह-ध्वनि
उप्फालिअ --१ कथित । २ सूचित
उप्फेर -
-भय
उप्फोडिआ–संवारी हुई
उब्बाल – अध्यासित, सहन किया हुआ
उब्बिबिर - खिन्न, उद्विग्न
उब्बुडणनिब्बुडण - उन्मज्जन-
निमज्जन
४५१
उब्भग्ग- मुंडित
उब्भिट्ट – उच्छिन्न
उब्भिय – ऊंचा किया हुआ
उम्मंथिय – दग्ध, जला हुआ
उम्मत्तय - धतूरे का फल
उम्माहय – अत्याकांक्षा से उत्पन्न
व्याकुलता
-
उम्माहिअ - उत्साहित, उत्कंठित
उम्मिठ – हस्तिपक रहित, महावत-
रहित
उम्मिट्ट – बाहर निकला हुआ
उम्मेंठ - महावत
रहित
-
उम्मेट्ठ- महावतरहित
उय्यकिअ - इकट्ठा किया हुआ
उरअ - ऋजु
उरणी - पशु
उरविय - १ आरोपित । २ खण्डित
उरितिय - त्रिसरा हार, तीन लड़
वाला हार
उरुमल्ल – प्रेरित
उलुओसिअ - रोमाञ्चित, पुलकित
उलुकुसिअ - रोमांचित
उलुडुंडिय– हिनहिनाहट
-
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उदूलिय – अवनत
उद्दअ - श्रान्त, थका हुआ
उद्दच्छिा-
निषिद्ध
उद्दाण - १ कुरर । २ सगर्व । ३
प्रतिध्वनि
उद्दारिअ -
'-उत्खात
उद्दालिअ - १ रणद्रुत । २ झपटना
उद्धअ— शान्त, ठंडा
उद्धच्छ - लिप्त
उद्धण- उद्धत, अविनीत
उद्धरिअ-१ पीडित । २ विनाशित
उद्धल — दोनों तरफ की अप्रवृत्ति
उद्धव - प्रमोद, उत्सव
उद्धारय -- उधार पर खरीदना
उद्बुधलिय - धुंधलाया हुआ
उद्धधुल - धुंधला
उद्धसिअ - रोमांचित
उद्घ लिअ - अवनत
उप्पंग – समूह, राशि
उप्पक्किआ - धोबिन
उप्पड्डिअ-नष्ट
उप्पत्त - १ गलित । २ विरक्त
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उप्प६ – घर, गृह
उप्परवट्ट - श्रेष्ठ
उप्पा-मणि आदि रत्नों पर 'ओप'
चढाना
उप्पालअ- रणरणक, कामदेव
उप्पिअ - १ अपहृत । २ रुष्ट ।
वियुक्त
उप्पिंग रिअ - हस्तोत्क्षेप
उप्पिणिर - शून्य
उप्पुलपोलिअ -- कुतूहलपूर्वक त्वरा
उप्पेत्थ - उन्मत्त
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उप्फाल–पटह-ध्वनि
उप्फालिअ --१ कथित । २ सूचित
उप्फेर -
-भय
उप्फोडिआ–संवारी हुई
उब्बाल – अध्यासित, सहन किया हुआ
उब्बिबिर - खिन्न, उद्विग्न
उब्बुडणनिब्बुडण - उन्मज्जन-
निमज्जन
४५१
उब्भग्ग- मुंडित
उब्भिट्ट – उच्छिन्न
उब्भिय – ऊंचा किया हुआ
उम्मंथिय – दग्ध, जला हुआ
उम्मत्तय - धतूरे का फल
उम्माहय – अत्याकांक्षा से उत्पन्न
व्याकुलता
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उम्माहिअ - उत्साहित, उत्कंठित
उम्मिठ – हस्तिपक रहित, महावत-
रहित
उम्मिट्ट – बाहर निकला हुआ
उम्मेंठ - महावत
रहित
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उम्मेट्ठ- महावतरहित
उय्यकिअ - इकट्ठा किया हुआ
उरअ - ऋजु
उरणी - पशु
उरविय - १ आरोपित । २ खण्डित
उरितिय - त्रिसरा हार, तीन लड़
वाला हार
उरुमल्ल – प्रेरित
उलुओसिअ - रोमाञ्चित, पुलकित
उलुकुसिअ - रोमांचित
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