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परिशिष्ट १
 
उंबरय – कुष्ठ रोग का एक भेद
उकुरुडिया—कूडा डालने का स्थान
उक्कअ – प्रसृत, फैला हुआ
उक्कंछण – काठ पर काठ के हाते
से घर की छत बांधना, घर
का संस्कार
विशेष
उक्कंडिअ – १ आरोपित ।
२ खण्डित
 
-
 
उक्कंद – विप्रलब्ध, ठगा हुआ
उक्कंपिय – धवलित, सफेद किया
 
हुआ
उक्कवण- - घर का संस्कार विशेष,
 
काठ पर काठ के हाते से घर
की छत बांधना
 
उक्कग्ग अनवस्थित
 
उक्कज्ज - अनवस्थित, चञ्चल
 
उक्कट्टी - कूपतुला
 
उक्कनाह- उत्तम अश्व की एक
जाति
उक्करड-१ अशुचि राशि ।
 
२ जहां मैला इकट्ठा किया जाता
है वह स्थान
उक्करिअ - १ विस्तीर्ण ।
 
२ आरोपित । ३ खंडित
 
उक्कास-- १ उत्कृष्ट । २ उत्कृष्ट
उक्कासार —भीरु
 
फैला हुआ
 
उक्किअ -- प्रसृत,
उक्कुइय-ऊंचा उठाया हुआ
उक्कुंड-
ड– ठगा हुआ, विप्रलब्ध
उक्कुरड – कूड़े-कचरे का स्थान-
उत्करसमूहस्थाने देशी
उक्कोइय-उत्पादित - उत्पादित
 
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इस्य देशी
 
उक्कोट्टिय–अवरोध रहित किया
हुआ, घेरा उठाया हुआ
उक्कोडिय – रिश्वतखोर, घूसखोर
उक्कोसिअ – पुरस्कृत, आगे किया
हुआ
 
उक्खय - उद्गल
उक्खुत्त -- काटा हुआ
उक्खडिय-- उखड़ा हुआ
उग्गाल – लघु स्रोत
उग्गाविर – उद्गमक
उग्गाहिअ - उत्क्षिप्त
 
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उग्धक्क - प्रलपित
 
उग्घय -- विस्तीर्ण
उग्धवियय – पूर्ण
उग्घोसिय- मार्जित
उघूण–पूर्ण, भरपूर
उच्चंड-पराक्रम से रचित चरित
उच्चंडिग - १ निःसीम । २ प्रचुर
उच्चंडिय–– ऊंचा चढ़ाया हुआ
उच्चंत - - गाढ
 
उच्चत्ता – थोक में बेचना
उच्चदिअ - मुषित, चुराया हुआ
उच्चल्ल– १ दृष्ट । २ अध्यासित ।
३ विदारित
 
उच्चाइय– उत्थापित, उठाया हुआ
उच्चाडन - १ उपवन । २ शीत
 
जूठा
 
उच्चुग – अनवस्थित
उच्चुरण- उच्छिष्ट,
उच्चोड - शोषण
उच्चोली - कटि-वस्त्र
उच्छड्डिअ – चुराया हुआ, मुषित
उच्छलय - गृह, घर
 
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