देशीशब्दकोश /498
This page has been fully proofread once and needs a second look.
४२६
-
चतुरिन्द्रिय जंतु ( अनुद्वामटी प ३१ ) ।
हंसोलीण
हंसोवल्लोली -पीछे से आकर लिपट जाना- 'तुझं रममाणस्स तुट्ठीए
हंसोवल्लीली -- पीछे से आकर लिपट जाना - 'तुज्झं रममाणस्स तुट्ठीए हंसोवल्लीली काही तं जाणिज्जासि' ( आवहाटी २ पृ २१७ ) ।
हकुव
हकुवी -- वनस्पति
हक्क
हक्कार
हक्कारिय -- आकारित, बुलाया हुआ - हक्कारिया आयाया'
हक्कारेमाण -- बुलाता हुआ, पुकारता हुआ ( ज्ञा १
हक्कोद्ध
हक्खुत्त -- उत्पाटित, उखाड़ा हुआ ( आवहाटी १ पृ
हगे --
हट्ठम
हड
हड -- १ जलकुम्भी, अबद्धमूल जलीय वनस्पति-'वायाइद्धो व्व हडो
(
हडकारक
हडक्क -- पागल ( कुत्ता
-
हडप्प
हडप
-
हडप्फ
हडहड —
हडहड -- १ अनुराग । २ ताप (दे ८
हडाहड
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org