देशीशब्दकोश /468
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संखाल
संखिल्ल -- संख्येय - '
संखेण
संगइ
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संगइय -- मित्र - 'दच्छिसि णं गोयमा ! पुव्व
संगय
संगरिगा -- फली
संगलिक -- फल
संगलिग
संगलिया
(
संगह -- घर के ऊपर का तिरछा काष्ठ ( दे ८
संगा -- वल्गा, घोड़े की लगाम ( दे ८
संगार
संगिणेल्ली -- समूह ( ज्ञाटी प ६४ ) ।
संगिल्ल -- १ गायों का समूह - 'संगिल्लो नाम गोसमुदायः
-
(
संगुलिया -- समूह ( आचू पृ ३२
संगेल्ल
संगेल्लि
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संगेल्ली -- १ परस्पर अवलम्बन - "ते
संगोढण -- व्रण युक्त ( दे ८
संगोली
संघट्ट -- १ अर्ध जंघा-प्रमाण जल - 'जंघद्धा संघट्टो' ( ओभा ३४ ) । २ वल्ली-
संघड -
संघडिय
(
संघयण -- १ शरीर ( आटी प ३
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