देशीशब्दकोश /448
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वावड -- १ कुटुम्बी, गृहस्थ ( दे ७
वावंडे
वावडय -- विपरीत मैथुन ( दे ७
वावडया -- विपरीत मैथुन ( पा ४३२ ) ।
वावणी -- छिद्र, विवर ( दे ७
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वावदारी -- गोत्र
वाविअ
वावोणय -- विकीर्ण, बिखरा हुआ (
-
इं
वासंदी -- कुन्द का पुष्प ( दे ७
वासपडाग -- सर्प की एक जाति ( प्रज्ञा
११
वासवार -- १ तुरंग, घोड़ा ( दे ७
वासवाल
वासाणिया
वासाणी -- रथ्या, गली (
वासिय -- पर्युषित, रात का बचा हुआ ( खाद्य आदि ) -
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वासीमुह -- द्वीन्द्रिय जंतु-
वासुरुल
वासुल
वासुली
वासेलिका -- जलक्रीड़ा ( अंवि पृ २५५ ) ।
वाहगण
वाहगणय
वाहड -- भरा हुआ, परिपूर्ण - 'बहुवा
(
वाहणा
-
वाहली -- लघु जल-प्रवाह ( दे ७।३
वाहा -- बालुका, रेत (
वाहाडिया
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