देशीशब्दकोश /440
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वरिल्लिया -- जिसकी सगाई की गई हो वह 'सा य उग्गसेणन
वरिसाल -- वर्षावास ( उसुटी प
-
वरिसोलग
वरुअ
वरु
वरुंड -- एक प्रकार के शिल्पी (अनुद्वा ३६० पा
वरुट्ट -- मयूर पंख के शिल्पी ( प्रज्ञा १९७ )
वरुंड
किं
वरेइत्थ
वरेल्ल
वलअंगी
वलंगणिआ
वलग्गंगणी -- वृति, बाड़ ( दे ७।४३) ।
वलद्द -- बैल ( आवहाटी २ पृ १२३ ) ।
वलभी -- यान-
वलमय -- शीघ्र, जल्दी - 'किमागओ वच्च वलमयं तत्थ' ( दे ७
वलय -- १ धान्यशाला - 'कडपल्लाणं सण्णा तणपल्लाणं च देसितो वलया'
(बु
वलयणी
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वलयबाहा -- जहाज में स्थापित एक दीर्घ काष्ठ जिस पर ध्वजा आदि बांधी
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वलयबाहु
(
(दे ७१
ब
वलया
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